लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की चेतावनी के बाद भी स्वामी प्रसाद मौर्य की ज़ुबान बेलगाम है। महाब्राह्मण सभा के महज 24 घंटों के अंदर ही सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिन्दू धर्म को लेकर आपत्तिजनक बातें कही है। इस बार स्वामी प्रसाद मौर्य ने धर्म को धोखा बताया है।
हिंदू धर्म धोखा
सपा नेता मौर्य ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदू धर्म एक धोखा है। 1995 में सर्वोच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है बल्कि ये लोगों के जीवन जीने की शैली है। यही नहीं खुद को इस धर्म के सबसे बड़े ठेकेदार मानने वाले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी एक नहीं बल्कि दो-दो बार कहा है कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है बल्कि यह लोगों का जीवन जीने की एक कला है।
हिंदू धर्म लोगों के लिए धंधा
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि हिंदू धर्म नहीं है तब लोगों की भावनाएं आहत नहीं होती है। लेकिन यदि स्वामी प्रसाद मौर्य कहता है कि हिंदू धर्म एक धोखा है। यह कुछ लोगों के लिए धंधा है तो इससे पूरे देश में भूचाल आ जाता है। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य का यह बयान ऐसे समय में आया है जब सपा अध्यक्ष ने नसीहत दी थी कि जाति और धर्म पर टिप्पणी करने वाले लोग अपने ऊपर लगाम लगाए। अब ऐसे में अगड़ी जाति के वोटरों को साधने में जुटे अखिलेश स्वामी प्रसाद मौर्य पर क्या कदम उठाते हैं?