लखनऊ। केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और भारत में हरित क्रांति के जनक एम.एस. स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का ऐलान किया है। मोदी सरकार के इस फैसले पर सत्ता एवं विपक्ष सभी ने ख़ुशी जताई है। इसी बीच बसपा प्रमुख मायावती ने केंद्र सरकार को दलित हस्तियों का तिरस्कार नहीं करने की हिदायत दी है।
दलित हस्तियों का तिरस्कार उचित नहीं
उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम एवं बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा जिन भी हस्तियों को भारतरत्न से सम्मानित किया गया हैै उसका स्वागत है लेकिन इस मामले में ख़ासकर दलित हस्तियों का तिरस्कार एवं उपेक्षा करना कतई उचित नहीं। सरकार इस ओर भी ज़रूर ध्यान दे।
कांशीराम को मिले भारत रत्न
मायावती ने आगे लिखा कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को लम्बे इंतजार के बाद श्री वी पी सिंह जी की सरकार द्वारा भारतरत्न की उपाधि से सम्मानित किया गया। उसके बाद दलित व उपेक्षितों के मसीहा मान्यवर श्री कांशीराम जी का इनके हितों में किया गया संघर्ष कोई कम नहीं। उन्हें भी भारतरत्न से सम्मानित किया जाए।