लखनऊ। यूपी के रायबरेली में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने मारा छापा। सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार और जनता के लिए काम करने को प्रेरित करने के लिए डिप्टी सीएम का अभियान चलता रहा है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सरकारी अस्पतालों में छापेमारी कर स्थिति का जायजा लेते रहे हैं। सीएचसी में मारा छापा […]
लखनऊ। यूपी के रायबरेली में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने मारा छापा। सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार और जनता के लिए काम करने को प्रेरित करने के लिए डिप्टी सीएम का अभियान चलता रहा है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सरकारी अस्पतालों में छापेमारी कर स्थिति का जायजा लेते रहे हैं।
छापेमारी को लेकर सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में हड़कंप मचा हुआ है। लोकसभा चुनाव को लेकर यह अभियान पिछले कुछ समय से कम हो गया था, लेकिन अब एक बार फिर उन्होंने यह अभियान शुरू कर दिया है। डिप्टी सीएम एक्शन में वापस आ गए है। गुरुवार को डिप्टी सीएम ने रायबरेली में छापा मारा। यूपी में बीजेपी सरकार में इन दिनों खासी हलचल मची हुई है। लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा की करारी हार के बाद से लगातार बैठकों का दौर जारी है। हालांकि, राजनीतिक हलचल गहराने के बीच डिप्टी सीएम अब लोगों के हित से जुड़े मामले में काम करते दिखने लगे हैं।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक गुरुवार को रायबरेली पहुंचे । इस दौरान वे अचानक सीएचसी बछरावां पहुंच गए। उन्होंने सीएचसी में मौजूद डॉक्टरों की जांच -पड़ताल शुरू की। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर और स्टाफ की हाजिरी रजिस्टर को चेक करना शुरू कर दिया। अचानक सीएचसी में पहुंचे डिप्टी सीएम को देखकर सीएचसी में हड़कंप जैसी स्थिति पैदा हो गई। डिप्टी सीएम ने दवाओं का स्टॉक चेक किया। डीएम, एसपी से लेकर सीएमओ तक को डिप्टी सीएम के इस निरीक्षण की जानकारी नहीं थी। सीएचसी में डॉक्टरों को सामने खड़ा करके डिप्टी सीएम ने हाजिरी लेनी शुरू की। उन्होंने 11 डॉक्टर और स्टाफ को मौके पर अनुपस्थित पाया। इस संबंध में जानकारी मांगी गई है।