लखनऊ। महाकुंभ में संगम में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हैं। इस बीच बीते दिन को सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के संगम में डूबकी लगाने के बाद सियासी पारा चढ़ गया। अखिलेश याव ने बेटे अर्जुन यादव के साथ संगम में 11 डूबकी लगाई। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत कि। आयोजन […]
लखनऊ। महाकुंभ में संगम में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हैं। इस बीच बीते दिन को सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के संगम में डूबकी लगाने के बाद सियासी पारा चढ़ गया। अखिलेश याव ने बेटे अर्जुन यादव के साथ संगम में 11 डूबकी लगाई। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत कि।
मीडिया से बातचीत ने कहा कि सरकार में बैठ कर्मचारियों को इस आयोजन को खेल का आयोजन नहीं बनाना चाहिए। गुरुवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अखिलेश पर पलटवार करते हुए कहा कि जब अखिलेश याद व ने महाकुंभ क्षेत्र में एंट्री की और स्नान किया तो हम सबको अच्छा लगा। हमने उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में कैबिनेट का आयोजन करना राजनीतिक है। कल वे मुलायम सिंह की पूर्ति कुंभ क्षेत्र में लागने वाले लोगों से मिले क्या? ये राजनीतिकरण नहीं है।
भारतीय राजनीति में इस तरह दोहरी राजनीति को लोग मंजूर नहीं हैं। अखिलेश यादव जी को अपनी गिरबान में झांककर देखना चाहिए। बता दें कि कल संगम सनान के बाद अखिलेश यादव ने महाकुंभ सेक्टर 16 में स्थित शिविर में पूर्व रक्षामंत्री मुलायम सिंह यादव की मूर्ति पर फूल चढ़ाने गए थे। शिविर में पिता की मूर्ति लगाने जाने के विवाद पर अखिलेश यादव ने कहा यहां तो प्रयागराज विकास प्राधिकरण की भी होर्डिंग लगी है। इससे क्या समझें।
जिस शिविर में मुलायम सिंह यावद की मूर्ति लगी है वहां लोगों की सेवा हो रही है। दूध दान से बड़ी और क्या सेवा हो सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मेला क्षेत्र की जमीन को सरकार का दान में दे देनी चाहिए।