लखनऊ। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं यूपी के कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह इन दिनों मुश्किलों में फंसे हुए हैं। राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से पहलवान उनके खिलाफ धरना दे रहे हैं। पहलवानों की तरफ से उनकी गिरफ़्तारी और इस्तीफे की मांग की जा रही हैं। बता दें कि एक […]
लखनऊ। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं यूपी के कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह इन दिनों मुश्किलों में फंसे हुए हैं। राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से पहलवान उनके खिलाफ धरना दे रहे हैं। पहलवानों की तरफ से उनकी गिरफ़्तारी और इस्तीफे की मांग की जा रही हैं। बता दें कि एक दिन पहले ही दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ पॉक्सो के तहत FIR दर्ज की है। पहलवानों की ओर से दर्ज FIR में 345, 345(ए),354 (डी), 34 धाराएं जोड़ी गई है।
दूसरी तरफ विपक्ष भी बृजभूषण को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। जबकि बीजेपी फिलहाल इस मामले में चुप्पी साधे हुए है। बृजभूषण के खिलाफ जाना बीजेपी के लिए इतना आसान नहीं होने वाला है। वह न सिर्फ गोंडा बल्कि अयोध्या, बाराबंकी और श्रवस्ती समेत आसपास की लोकसभा सीटों पर अपना दबदबा रखते है। बृजभूषण सिंह राजनीतिक रूप से काफी मजबूत है।
बृजभूषण शरण सिंह संघ के काफी करीब है। वीएचपी प्रमुख अशोक सिंघल से वो करीबी है। लेकिन अब जिस तरह से धरना देने वाले पहलवानों को विपक्ष का समर्थन मिल रहा है। उससे 6 बार सांसद रह चुके बृजभूषण सिंह भी सकते में आ गए हैं। यहीं वजह है कि शनिवार को उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई देनी पड़ी। अपने खिलाफ दर्ज FIR लेकर उन्होंने कहा कि मैं निर्दोष हूं , इस जांच में पूरा सहयोग करूंगा।