लखनऊ। पूर्व मंत्री एवं सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को रामपुर की जेल से बाहर निकला गया है। बताया जा रहा है कि दोनों को अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया गया है।
आजम खान को एनकाउंटर का डर
उत्तर प्रदेश की सियासत के पूर्व मंत्री एवं सपा नेता आजम खान को अब एनकाउंटर का डर सता रहा है। बताया जा रहा है कि रामपुर जेल से बाहर निकलने के बाद आजम खान ने अपना एनकाउंटर होने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि कुछ भी हो सकता है। इस बीच बताया जा रहा है कि आजम खान को रामपुर से शिफ्ट किया जा रहा है। काफी भारी सुरक्षा के साथ आजम खान को गाड़ी में बिठाया गया था। जहां उन्होंने बीच में बैठने से इंकार कर दिया था। इस दौरान आजम खान ने कहा कि वह बीमार आदमी हैं। कमर बीच में बैठने की इजाजत नहीं देती। यही नहीं उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से अपनी उम्र का लिहाज करने की अपील भी की।
अब्दुल्ला आजम भी अलग जेल में शिफ्ट
वहीं दूसरी तरफ आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को भी अलग जेल में शिफ्ट किया जा रहा है। हालांकि उनके काफिले में अलग-अलग गाड़ियां साथ चल रही थी। बताया जा रहा है कि अब्दुल्ला आजम खान को हरदोई जिला के जेल में शिफ्ट किया गया है जबकि आजम खान को सीतापुर जिला के जेल में शिफ्ट किया गया है। इसके अलावा आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा को भी अभी रामपुर जेल में ही रखा गया है। बता दें कि अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में आजम परिवार को 7-7 साल की सजा के मद्देनज़र रामपुर की अदालत में सुनाई की गई थी।
2019 का है मामला
दरअसल सजा होने के बाद कद्दावर नेता आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को जेल में भेज दिया गया था। वहीं जेल मैनुअल के मुताबिक आजम खान को कैदी का बिल्ला नंबर 338, पत्नी तंजीन फातिमा को 339 और बेटे अब्दुल्ला आजम को नंबर 340 दिया गया था। तीनों को ही सामान्य कैदियों की तरह जेल की बैरक में रखा गया था। इसके अलावा बता दें कि यह मामला 2019 में पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम के खिलाफ दो जन्म प्रमाण पत्र का है।