लखनऊ। नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन होने वाला है। पीएम नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। नए संसद भवन के साथ-साथ सेंगोल भी अभी सुर्ख़ियों में है। सेंगोल को लेकर भारत में बहस होनी शुरू हो गई है। इसी बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सेंगोल को लेकर ट्वीट किया है।
बीजेपी सत्ता से जाने वाली है
सपा अध्यक्ष ने ट्वीट करते हुए कहा है कि सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण (एक-हाथ से दूसरे हाथ में जाने) का प्रतीक है।
लगता है भाजपा ने मान लिया है कि अब सत्ता सौंपने का समय आ गया है। अखिलेश यादव ने सेंगोल का वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से जोड़ दिया है। अखिलेश यादव ने अभी से ये दावा कर दिया है कि अगले साल लोकसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन होगा। बीजेपी सत्ता से बाहर हो जाएगी।
संसद भवन में सेंगोल का क्या काम
बता दें कि इससे पूर्व सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने नए संसद भवन में सेंगोल की स्थापना को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है जबकि सेंगोल राजतंत्र का प्रतीक है। ऐसे में भारत के संसद भवन में सेंगोल का क्या काम है।
जानिए ट्वीट में क्या कहा
स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा था कि सेंगोल राजदंड, राजतंत्र का प्रतीक था। आज देश में लोकतंत्र है, लोकतंत्र में राजतंत्र के प्रतीक सेंगोल का क्या काम? सेंगोल के प्रति भाजपा सरकार की दीवानगी इस बात का प्रमाण है कि इसको लोकतंत्र में विश्वास नहीं है इसलिए भाजपा लोकतंत्र से हटकर राजतंत्र के रास्ते पर जा रही है जो लोकतंत्र के लिये खतरे की घंटी है।