लखनऊ। आगामी लोकसभा से पहले सपा और अपना दल (कमेरावादी) का गठबंधन टूट गया है। अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि 2022 में उनका अपना दल (कमेरावादी) के साथ गठबंधन था लेकिन 2024 में नहीं है। बता दें कि बुधवार को अपना दल (कमेरावादी) ने कार्यसमिति की बैठक के बाद यूपी की तीन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की। ये सीटें थी फूलपुर,मिर्जापुर और कौशांबी।
अखिलेश-पल्लवी में बढ़ी तकरार
समाजवादी पार्टी ने भी मिर्जापुर से राजेंद्र एस. बिंद को अपना प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि मिर्जापुर सीट से इस समय पल्लवी पटेल की बहन और NDA की सहयोगी अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल सांसद हैं। फूलपुर और कौशांबी सीट भी भाजपा के हिस्से में हैं। वहीं पल्लवी पटेल खुद समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधायक हैं। मालूम हो कि अनुप्रिया और पल्लवी दिग्गज नेता सोनेलाल पटेल की बेटी हैं।
भाजपा के हारने से बचेगा लोकतंत्र
राजधानी लखनऊ में प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने भाजपा पर भी जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनाव हारेगी तो लोकतंत्र बचेगा। भाजपा के हारने से बाबा साहेब का दिया हुआ संविधान बचेगा। बीजेपी के हारने से युवाओं को नौकरी मिलेगी और किसानों को एमएसपी मिलेगा। 2024 में भाजपा को उत्तर प्रदेश से भाजपा को हटाना है।