लखनऊ। यूपी के अमरोहा से बीएसपी सांसद दानिश अली को लेकर बीजेपी एमपी रमेश बिधूड़ी के बयान पर लोकसभा में हड़कंप मच गया है। दरअसल बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने सदन में बसपा नेता दानिश अली को लेकर कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की। बता दें कि रमेश बिधूड़ी ने न सिर्फ बसपा नेता के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया बल्कि उनकी धार्मिक पहचान को लेकर भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने बीजेपी नेता की टिप्पणी पर कड़ी नाराजगी जताई है।
सत्ता के नशे में बेसुध बीजेपी सांसद
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस मामले में ट्वीट कर कहा कि इंसान की पहचान चेहरा नहीं; ज़ुबान होती है। सत्ता के नशे में बेसुध भाजपा के एक सांसद द्वारा विपक्ष के एक अल्पसंख्यक सांसद को अति अभद्र तरीके से संबोधित करना किसी आपराधिक घटना से कम नहीं है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का निकृष्टतम रूप है। इसमें अन्य भाजपाई सांसदों का हंसते हुए सम्मिलित होना दिखाता है कि ये किसी एक भाजपाई की गलती नहीं है बल्कि ये भाजपा के अधिकांश सदस्यों की निर्लज्जता का बेशर्म प्रदर्शन है।
लगे ताउम्र की पाबंदी
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसे सासंदो पर, किसी भी प्रकार की संसदीय विशेषाधिकारों की छूट से परे, किसी एक सांसद नहीं बल्कि पूरे संसद और संविधान की मानहानि करने का मुक़दमा होना चाहिए और ताउम्र की पाबंदी भी हो। इससे पहले राजद नेता तेज प्रताप यादव ने भी इस मामले में बयान दिया कि हम चाहेंगे कि सरकार उनकी सदस्यता को रद्द करे। यह काफी निंदनीय है। ये लोग संविधान और तिरंगा को नहीं मानते। हम चाहेंगे कि इनके खिलाफ मुकदमा हो। इस तरह के शब्द का प्रयोग करना लोकतंत्र के लिए घातक है।