Thursday, September 19, 2024

Afzal Ansari: मुख्तार की मौत के अब चुनाव में सक्रिय दिखे अफजाल, बीजेपी को लेकर कंस और चाणक्य का किया जिक्र

लखनऊ। गाजीपुर लोकसभा सीट से सपा उम्मीदवार अफजाल अंसारी (Afzal Ansari ), अपने भाई मुख्तार अंसारी की मौत के लगभग तीन हफ्ते बाद घर से बाहर निकल कर राजनीतिक तौर पर सक्रिय नजर आए। अफजाल ने 2019 में गाजीपुर से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जीत अपने नाम की थी। लेकिन इस बार के चुनाव में वो समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। यही नहीं इस दौरान अफजाल अंसारी समाजवादी पार्टी के कार्यालय भी पहुंचे, साथ ही सपा नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।

इस दौरान अफजाल ने मीडिया से भी चर्चा की और अपने भाई मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर खुलकर अपनी बात की। उन्होंने बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला और एक बार फिर से मुख्तार को जेल में जहर दिए जाने का आरोप लगाया।

मुख्तार की मौत को लेकर क्या बोले अफजाल?

अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) ने कहा कि हमारे भाई मुख्तार अंसारी के साथ पिछले दिनों जो घटना हुई, उससे यहां की जनता दुखी है। अफजाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से जहर देकर मुख्तार अंसारी की हत्या की गई, उससे पूरा पूर्वांचल दुखी है। जो भी लोग इसमें शामिल हैं, उनकी जांच होगी और सभी का खुलासा किया जाएगा। इसके अलावा अफजाल अंसारी ने अपने भाई मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर कहा कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि उनके भाई को साजिश के तहत मारा गया और उन्हें जेल में जहर दिया गया। अफजाल ने कहा कि इन सभी को कानून सजा देगा। इस पूरे मामले का भी खुलासा होगा।

मीडिया से बातचीत के दौरान अफजाल ने कहा कि जिस समय अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारी गई थी, उस समय वह दिल्ली में थे। उस वक्त मीडिया ने मुझे पूछा कि अगला नंबर मुख्तार अंसारी का है? तब मैंने कहा था कि ये धमकी है। अब इस मामले में केंद्र और प्रदेश सरकार बेनकाब हो चुकी है।

लोग टूट जाते हैं…

बातचीत के दौरान अफजाल अंसारी ने कंस का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कंस को भी यही घमंड था कि हम अपना विरोध करने वाले सारे लोगों को मार डालेंगे। मगर कंस का भी अंत हुआ और उसकी सत्ता का भी अंत हुआ। अफजाल ने कहा कि ये लोग खुद को चाणक्य का शिष्य बताते हैं। चाणक्य ने तो ये भी कहा था कि जिनकी बेटा-बेटी न हो, उनको कभी राजा नहीं बनाना चाहिए, क्योंकि वह परिवार और बच्चों का दर्द नहीं जानेगा। अफजाल ने कहा कि ये दुर्भाग्य की बात है कि आज लखनऊ और दिल्ली में ऐसे लोग हैं, जिनका परिवार नहीं है। इसलिए ये लोग दर्द नहीं जानते। अफजाल अंसारी ने एक शेर के माध्यम से अपनी बात रखी और कहा लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में, यह तरस नहीं खाते हैं बस्तियां जलाने में।

Latest news
Related news