लखनऊ: यूपी निकाय चुनाव को लेकर ADG (लॉ एंड ऑर्डर) लखनऊ ने आज जानकारी दी कि राज्य में निकाय चुनावों को लेकर दो चरणों में होगा. प्रथम चरण की वोटिंग 4 अप्रैल को कराई जाएगी. इसके साथ ही दूसरे चरण की वोटिंग 11 मई को होगी. इसके साथ ही वोटो की गिनती 13 अप्रैल को होगी.
कोरोना नियमों का होगा पालन
इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान कोविड नियमों का पालन भी किया जाएगा. साथ ही चुनाव के दौरान PAC की 110 कंपनी और 49,152 होम गार्ड इस दौरान ड्यूटी देंगे. इसके साथ ही चुनावी की निष्पक्षता के साथ के लिए पूरे राज्य में 16,300 निरीक्षकों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी. प्रशांत कुमार ने इसके साथ ही जानकारी दी कि इसके अलावा CAPF की तैनाती भी की जाएगी.
सूबे में बढ़ी सियासी हलचल
यूपी नगर निकाय चुनाव की घोषणा होते ही राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई है। सत्ता पक्ष से लेकर तमाम विपक्षी पार्टी चुनाव की तैयारियों में लग गई है। वहीं योगी सरकार ने फैसला लिया है कि नगर निकाय चुनाव में मौजूदा एमपी-एमएलए व मंत्री के रिश्तेदारों को बीजेपी की तरफ से टिकट नहीं दिया जाएगा। सीएम योगी के इस फैसले को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बयान सामने आया है। उन्होंने जानकारी दी है कि आखिरकार CM योगी ने ये फैसला क्यों लिया हैं।
जानिए क्यों नहीं मिलेगा टिकट
ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह पहले से ही परंपरा है कि बीजेपी स्थानीय समीकरणों को देखते हुए टिकट देती है। आपसी समझ और सुचिता के आधार पर सामंजस्य बनाते हुए टिकट दिया जाएगा। बीजेपी जिला स्तर से सूची बनाकर टिकट पर आगे बढ़ेगी और दावेदारी के आधार पर टिकट देगी। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता के मन की बात को भी सुनेगी।
10 नगर निगमों में होंगे चुनाव
बता दें कि उत्तर प्रदेश में होने वाले पहले चरण के निकाय चुनाव के लिए आज नामांकन शुरू हो गया है। जनपद में आज से प्रत्याशी नामांकन कर सकेंगे। पहले चरण के लिए 17 अप्रैल तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। पहले चरण के नामांकन से लेकर मतदान तक के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। मालूम हो कि प्रदेश के 17 नगर निगमों में से 10 का चुनाव पहले चरण में संपन्न होगा। इनमें लखनऊ, सहारनपुर, मुरादाबाद, झांसी, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, फिरोजाबाद व मथुरा सीट शामिल हैं।