लखनऊ : केंद्रीय बजट जल्द ही पेश होने वाला है. इस बजट में उत्तर प्रदेश को लेकर कई अहम घोषणाएं की जा सकती हैं. विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन की संभावनाओ को अवसर में बदलने के लिए सरकार द्वारा बड़ा बजटीय आवंटन हो सकता है. 2025 में प्रयागराज में महाकुंभ होने वाला है.
ऐसे में नवंबर 2022 में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन और देश के सारे राज्यों के वित्त मंत्रियों के बीच एक बैठक हुई थी, इसमें यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद थे. सुरेश खन्ना केंद्रीय वित्त मंत्री से महाकुंभ को लेकर केंद्रीय बजट में प्रावधान की मांग की थी.
2025 में प्रयागराज में होने वाले कुंभ मेले के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने 6800 करोड़ रुपये खर्च करने का बजट बनाया है. आपको बता दें कि दुनिया भर के करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र बनने वाला यह मेला 3700 हेक्टेयर क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा. बता दें कि 2019 के महाकुंभ मेले में 4200 करोड़ रुपये खर्च हुए थे.
सरकार के इस बजट में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के दूसरे फेज के लिए राशि आवंटन तय माना जा रहा है. आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पहले चरण का काम पूरा किया जा चुका है. साथ ही काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को उत्तर प्रदेश के आम चुनाव के पहले श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया था.
साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्रीय बजट में रामपथ गमन को लेकर भी बड़ी घोषणा की जा सकती है. पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट रामपथ गमन का उद्देश्य 9 राज्यों के उन 15 स्थानों का रिडेवलपमेंट करना है, जहां-जहां भगवान श्रीराम अपने वनवास के दौरान गए थे.
इस प्रोजेक्ट में इन जगहों को आध्यात्मिक और टूरिज्म के नजरिए से विकसित कराना भी है. जानकारी के हिसाब से वर्तमान समय में केंद्र सरकार द्वारा इन सभी राज्यों के प्रदेश सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है. जानकारों की मानें तो बीजेपी सरकार के लिए यह प्रोजेक्ट काफी अहम माना जा रहा है.