लखनऊ। नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली पर हर साल मां लक्ष्मी और गणेशी की पूजा नहीं बल्कि यमराज की भी पूजा की जाती है। इस दिन शाम के समय घर के मुख्य द्वार के बाहर यम का दीपक जलाया जाता है। जिसे यम दीपक के नाम से भी जाना जाता है। कहते हैं इस दीपक को जलाने से घर परिवार के लोगों पर से अकाल मृत्यु का खतरा टल जाता है। आइए जानते है यम दीप जलाने का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
शुभ मुहूर्त
यम दीपक कोई धनतेरस के दिन जलाता है तो कोई नरक चतुर्दशी के दिन। इस साल 30 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी मनाई जाती है। इस दिन भगवान यमराज की विधि-विधान से पूजा की जाती है। पूजा करने के बाद के बाद शुभ मुहूर्त में शाम के समय यमराज के नाम से दीप जलाया जाता है।
मंत्रों का जाप करें
नरक चतुर्दशी पर यम दीपक जलाने का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 30 मिनट से शुरू होगा। जो शाम 7 बजकर 2 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। ‘मृत्युना पाशदण्डाभ्यां कालेन श्यामया सह | त्रयोदश्यां दीपदानात् सूर्यजः प्रीयतां मम ||’ मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।
पूजा विधि
छोटी दिवाली यानी नरक चतुर्दशी के मौके पर सुबह जल्दी उठकर नहाएं। नहाने के बाद शाम के समय भगवान यमराज की पूजा करनी चाहिए। पूजा करने के बाद यम का दीपक जलाने के लिए मिट्टी का चौमुखा दीपक लें। फिर शाम को प्रदोष काल में दक्षिण दिशा की तरफ ये दीपक जलाकर रखें।