लखनऊ: विवाहित महिलाएं आज यानी 20 अक्टूबर, रविवार को करवा चौथ मना रही हैं। अविवाहित लड़कियां शीघ्र विवाह के लिए यह व्रत रखती हैं। वहीं, विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं।
पति की लंबी उम्र के लिए रखें व्रत
धार्मिक मान्यता है कि अगर विवाहित महिलाएं व्रत रखती हैं और विधि-विधान से पूजा करती हैं तो उनके पतियों को लंबी उम्र का आशीर्वाद मिलता है। इस व्रत में महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चंद्रमा के दर्शन और पूजा के बाद व्रत खोलती हैं।
आज करवा चौथ का व्रत
पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 19 अक्टूबर को शाम 06:16 बजे शुरू हो चुकी है और इसका समापन 20 अक्टूबर को दोपहर 03:46 बजे होगा. ऐसे में करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर को ही मनाया जा रहा है. यह व्रत चंद्रमा को देखने के बाद खोला जा सकता है।
भोग लगाना बेहद खास
करवा चौथ की पूजा में भोग लगाना एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। यह पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना से किया जाता है। भोग में कुछ ऐसी वस्तुएं शामिल होती हैं जिनका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व होता है।
इन चीजों का लगाएं भोग
मिठाई: यह प्रसाद का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है. आमतौर पर खीर, बर्फी, पेड़ा, गजक या अन्य स्थानीय मिठाइयाँ अर्पित की जाती हैं।
फल: प्रसाद में केला, अनार, सेब, अंगूर जैसे फल शामिल होते हैं।
सूखे मेवे: प्रसाद में पिस्ता, बादाम, काजू आदि सूखे मेवे भी शामिल होते हैं.
सिन्दूर: सिन्दूर सुहाग का प्रतीक है और इसे अवश्य चढ़ाया जाता है।
दीपक जलाएं।
करवा चौथ की रात को विधिपूर्वक पूजा करें और चंद्रमा निकलने पर अर्घ्य दें।
भोलेनाथ को फल,खीर और मिठाई का भोग लगाएं.
आप पूजा की थाली में सेवइयां, सब्जियां और पूड़ी आदि शामिल कर सकते हैं.