लखनऊ। हिंदुओं का प्रमुख त्योहार हरतालिका तीज आज शुक्रवार 6 सितंबर को है. इस पर्व के रखने से सुहागिन महिलाओं को पति की दीर्घायु और अविवाहित लड़कियों को मनचाहा वर पाने का आशीर्वाद मिलता है. इस पर्व को करने से महिलाओं पर भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष कृपा रहती है. इस दिन उपवास रखने से लोगों को सभी प्रकार के दुखों से छुटकारा मिलता है.
हरतालिका तीज का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के मुताबिक, भाद्रपद महीना के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानी गुरुवार दोपहर 12:21 बजे पर शुरू होगी और 06 सितंबर को दोपहर 03:21 बजे पर समाप्त होगी.
हरतालिका तीज आज
उदयातिथि के मुताबिक, हरतालिका तीज का उपवास आज 06 सितंबर को रखा जाएगा. इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 06:02 बजे से सुबह 08: 33 बजे तक रहने वाला है. इस मुहूर्त में भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान और पूजा करने से साधक को दोगुना फल प्राप्त होता है.
महिलाएं व्रत में झूला झूलती है
इस व्रत में महिलाएं झूले लगाती हैं, जिस पर वे एक दूसरे को झूला झुलाती हैं, संगीत और भगवान का भजन गाती है. इस दिन सास और घर के बड़े लोग, नई दुल्हन को कपड़े, हरी चूड़ियां, श्रृंगार का सामान और मिठाइयां देती हैं. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि दुल्हन का शृंगार और सुहाग हमेशा बना रहे और घर में वंश की वृद्धि हो.
व्रत पर इन चीजों का लगाएं भोग
बता दें कि हरतालिका तीज का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के पवित्र प्रेम का प्रतीक है. इस तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती को संतरा, पेड़ा, बर्फी, बादाम, काजू, पिस्ता, पान, आम, खीर, केला, सेब, अंगूर, मठरी, पिरिकिया, गंगाजल, भांग, चंदन, बेल पत्र, दूध, धतूरा और अक्षत चढ़ाएं.
तीज पर फलों के ताजा भाव (रुपये में)
नासपाति 100– 120 किलो
नारंगी 140– 150 किलो
खीरा 40– 50 किलो
सेब 120– 140 किलो
मौसमी 80– 100 किलो
आनार 220–240 किलो
नारियल 50– 70 पीस
अमरूद 40– 50 किलो
केला 50– 70 दर्जन