लखनऊ। दिवाली से एक दिन पूर्व रामलला की नगरी अयोध्या जगमगा रही है। दरअसल आज अयोध्या में सातवें दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरूआत हो गई है। दीपोत्सव में 25 लाख से अधिक दीये जलाये जायेंगे। वहीं राम की पौड़ी में 21 लाख से ज्यादा दीये जलायें जा रहे हैं। दीपोत्सव के दौरान सरयू की जलधारा में लेजर शो लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। वहीं सरयू के तट को भी भव्य तरीके से सजाया गया है।
रामकथा पार्क में राजतिलक
इससे पहले रामकथा पार्क में प्रभु राम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, हनुमान और ऋषि वशिष्ठ के स्वरूपों की पूजा की गई है। इस दौरान सीएम योगी, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और दीप्ती सीएम ब्रजेश पाठक ने मंच पर उपस्थित भगवान राम के प्रतीकात्मक स्वरूप का राज्याभिषेक किया।
दीपोत्सव का उद्देश्य समाज को जोड़ना
सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दीपोत्सव का उद्देश्य समाज को जोड़ना है। भगवान श्रीराम अयोध्या से गए तो उन्होंने निषादराज को गले लगा लिया। धरती को राक्षसहीन कर दिया। जंगल में माता शबरी के जूठे बेर खाए। हनुमान, अंगद, सुग्रीव और जामवंत के मित्र बने। राक्षसों के पास बड़ी सेना थी, उसका स्वाहा कर दिया। वन से जब वापस अयोध्या आये तो रामराज्य की व्यवस्था बनाई।
अयोध्या से अधिक प्रिय कोई नहीं
सीएम योगी ने अपने संबोधन के दौरान ये भी कहा कि अयोध्या से अधिक मेरे लिए प्रिय कोई नहीं। अयोध्या के लोगों का एक नारा था कि योगी एक काम करो, अयोध्या का निर्माण करो। आज वो दिन का आ गया है जब राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। बता दें कि अयोध्या में दीपावली पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। 4 देशों की रामलीला का मंचन कार्यक्रम है। रामकथा के प्रसंगों पर 11 रथों पर भव्य झांकी निकाली गई है। कार्यक्रम में 53 देशों के राजदूत शामिल हुए हैं जबकि 25 राज्यों के 2500 लोक कलाकारों की प्रस्तुति है।