लखनऊ: यूपी की 10 विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर आजाद समाज पार्टी ने 5वीं विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. चंद्रशेखर आजाद ने मिल्कीपुर सीट से रणधीर भारती कोरी को चुनावी मैदान में उतारा है. पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से स्पष्ट कह दिया गया है कि […]
लखनऊ: यूपी की 10 विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर आजाद समाज पार्टी ने 5वीं विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. चंद्रशेखर आजाद ने मिल्कीपुर सीट से रणधीर भारती कोरी को चुनावी मैदान में उतारा है. पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से स्पष्ट कह दिया गया है कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दें.
नगीना लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सबसे पहले यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया था. इसके बाद से उम्मीदवारों की घोषणा का सिलसिला जारी है. चन्द्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी अब तक पांच सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है.
इनमें मुजफ्फरनगर लोकसभा की मीरापुर विधानसभा सीट से जाहिद हुसैन, गाजियाबाद जिले की गाजियाबाद सदर से चौधरी सतपाल सिंह, मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट से हाजी चांद बाबू, मीरजापुर जिले की मंझवा विधानसभा सीट से धीरेंद्र मौर्य के नाम को मंजूरी दी गई है.
बता दें कि अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट से रणधीर भारती कोरी के नाम की घोषणा की गई है. रणधीर भारती कोरी पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं और पार्टी के हर संघर्ष में शामिल रहे हैं. किसी और को टिकट देने की बजाय उनका नाम फाइनल कर लिया गया है.
आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद हरियाणा विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत से लगे हुए हैं। वह जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला के साथ हाथ मिलाकर हरियाणा की सियासी रणभूमि में उतर चुके हैं, लेकिन उनकी नजर यूपी विधानसभा उपचुनाव पर भी है. इसीलिए वे लगातार सभी सीटों पर सबसे पहले अपने उम्मीदवार घोषित कर चुनाव को और दिलचस्प बनाना चाहते हैं. दरअसल, यूपी में 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं और अब तक उन्होंने पांच पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. कई और उम्मीदवारों के नाम पर मंथन चल रहा है.
हालांकि नगीना सांसद चन्द्रशेखर आजाद और एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी से गठबंधन को लेकर उनकी बात पक्की हो चुकी है, किसी भी वक्त इसका आधिकारिक तौर पर ऐलान हो सकता है. इसके साथ ही कुछ अन्य दल भी गठबंधन में शामिल हो सकते हैं.
ऐसे में अब राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा चल रही है कि अगर चन्द्रशेखर आजाद ने पांच सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है तो क्या अब वह बाकी बची सीटों पर अपने गठबंधन सहयोगियों के उम्मीदवारों को मौका देंगे या फिर कुछ और सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे.