लखनऊ: मिल्कीपुर उपचुनाव से पहले अखिलेश यादव की पार्टी सपा को बड़ा झटका लगा है। इधर, टिकट को लेकर सांसद अवधेश प्रसाद पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाने के बाद सूरज चौधरी ने अपने 500 साथियों के साथ पार्टी छोड़ दी. सूरज चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इसकी पुष्टि की है।
मिल्कीपुर में सपा से टिकट को लेकर विवाद शुरू
बता दें कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में सपा से टिकट को लेकर विवाद शुरू हो गया है। मिल्कीपुर क्षेत्र के सपा नेता सूरज चौधरी ने सांसद अवधेश प्रसाद पर पारिवारिक कलह का आरोप लगाते हुए अपने 500 साथियों के साथ पार्टी छोड़ दी है. सूरज चौधरी ने सांसद अवधेश प्रसाद पर पारिवारिक विवाद का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सांसद बनने के बाद उन्होंने सूरज चौधरी को टिकट देने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने अपने बेटे अजीत प्रसाद को टिकट दे दिया. सूरज चौधरी का दावा है कि उपचुनाव में अजित प्रसाद करीब 50 हजार वोटों से हारेंगे और बीजेपी जीतेगी.
दस सीटों पर होने थे उपचुनाव
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सूरज चौधरी इस वक्त भीम आर्मी के संपर्क में हैं. गौरतलब हो कि यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने थे. लेकिन, उपचुनाव की घोषणा के समय याचिका के कारण मिल्कीपुर में उपचुनाव रोक दिया गया था. 23 नवंबर को उपचुनाव के नतीजे आए. इसमें बीजेपी समर्थित एनडीए को सात सीटों पर जीत मिली. सपा को सिर्फ दो सीटें ही मिल सकीं.
इस वक्त चुनाव होने के आसार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए मतदान दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ हो सकता है. सपा ने पहले ही यहां से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. वहीं कांग्रेस ने कहा है कि वह मिल्कीपुर उपचुनाव नहीं लड़ेगी.