लखनऊ। यूपी नगर निकाय के चुनाव में चंदौली जिले के अध्यक्ष का ताज निर्दलीय प्रत्याशी सोनू किन्नर के सिर पर सजा है। सोनू किन्नर ने जिले के एकमात्र नगर पालिका पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की। बता दें कि सोनू किन्नर प्रदेश में चेयरमैन की कुर्सी संभालने वाली तीसरी किन्नर हैं।
जनता ने पहनाया ताज
निर्दलीय प्रत्याशी सोनू किन्नर ने सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को पराजित करते हुए जीत दर्ज की। पीडीडीयू नगर के मतदाताओं ने नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिए सोनू किन्नर को चुना है। वहीं चेयरमैन सोनू किन्नर ने कहा है कि अब वो जनता को दुआओं के साथ-साथ वाटर टैक्स आधा और हाउस टैक्स पूरा माफ कराना चाहती है।
संघर्षमय जीवन से सफलता तक
बता दें कि सोनू किन्नर का जीवन संघर्षमय रहा है। बचपन बेहद गरीबी में बिता चुकी हैं। बचपन में ही पिता की मौत हो गई। जिसके बाद नाच गा कर परिवार का भरण पोषण किया। अब जब वह चेयरमैन बन चुकी हैं तो शायद परिवार के दिन बदलेंगे। सोने ने कहा कि अब तक नाच गाकर नगर के लोगों से कमाया है और अब विकास के रूप में वापस किया जाएगा।
बाकियों से अलग है सोनू का स्वाभाव
सोनू का बचपन बाकि बच्चों की तरह ही सामान्य रहा। काली महाल निवासी माता श्यामा देवी और पिता रमनदत्त की बेटी सोनू को 10 वर्ष की उम्र में पता चला कि वह सामान्य लड़की नहीं बल्कि एक किन्नर हैं। यह उसके लिए सदमे की तरह था। इसके बाद गुलाब गुरु के सान्निध्य में मंडली में नाचने गाने का काम शुरू किया। सोनू का स्वाभाव नगर के बाकी किन्नरों से अलग था। बधाई और खुशी के अवसर पर बाकियों की तरह जिद नहीं करती थी बल्कि जो मिलता था वहीं लेकर आशीर्वाद देकर चली जाती थी।