लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी 13 नवंबर को नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है। इस बीच बीजेपी ने आज गुरुवार को सात सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। सबसे रोचक बात है कि अखिलेश यादव के बहनोई अनुजेश यादव को करहल सीट से बीजेपी ने अपना […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी 13 नवंबर को नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है। इस बीच बीजेपी ने आज गुरुवार को सात सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। सबसे रोचक बात है कि अखिलेश यादव के बहनोई अनुजेश यादव को करहल सीट से बीजेपी ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। ऐसे में इस सीट पर चुनावी संग्राम रोमांचक होगा।
करहल विधानसभा सीट पर यादव का दबदबा हैं, इसलिए बीजेपी ने भी सपा के वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए यादव प्रत्याशी पर दांव लगाते हुए अनुजेश यादव को टिकट दिया है. बड़ी बात यह है कि अनुजेश सपा सांसद और अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव के बहनोई हैं. वहीं सपा मुखिया ने इस सीट से अपने भतीजे व बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को चुनावी मैदान में उतारा है।
करहल विधानसभा सीट पर सपा का दबदबा रहा है। 2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर अखिलेश यादव ने जीत हासिल की थी, लेकिन कन्नौज से सांसद बनने के बाद उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद करहल सीट पर उपचुनाव हो रहा है. अनुजेश यादव के आने से एक तरफ अखिलेश यादव के भतीजे और दूसरी तरफ उनके जीजा के बीच मुकाबला होगा.
बता दें कि करहल सीट सपा की सबसे मजबूत किला मानी जाती है। इस सीट पर आज तक भारतीय जनता पार्टी चुनाव नहीं जीत सकी है. 1993 से सपा यहां लगातार चुनाव जीत रही है। करहल सीट से सपा के बाबूराम यादव दो बार, सोबरन सिंह यादव चार बार और अखिलेश यादव एक बार विधायक रह चुके हैं।
उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होने हैं। चुनावी नतीजें 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. वहीं नामांकन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है. सीटों में शामिल करहल, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर और मीरापुर विधानसभा सीट है, जिसपर उपचुनाव होने हैं।