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मिल्कीपुर सीट पर धांधली का आरोप, सपा सुप्रीमो ने कहा चुनाव आयोग संज्ञान ले

लखनऊ। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर आज उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के 414 बूथों पर सुबह 7 बजे से मतदान किया जा रहा है। 10 उम्मीदवारों का भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद होगा। सपा और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला है। सुबह 11 बजे 29.8 फीसदी मतदान मिल्कीपुर विधानसभा […]

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Milkipur by-election
  • February 5, 2025 7:38 am Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

लखनऊ। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर आज उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के 414 बूथों पर सुबह 7 बजे से मतदान किया जा रहा है। 10 उम्मीदवारों का भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद होगा। सपा और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला है।

सुबह 11 बजे 29.8 फीसदी मतदान

मिल्कीपुर विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। सुबह 11:00 बजे तक 29.8% मतदान किया है। चुनाव में गड़बड़ी के आरोप में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और एक ग्राम प्रधान के बीच कहासुनी हुई। ग्राम प्रधान और सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अजीत प्रसाद और उनके समर्थक मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगाकर ग्राम प्रधान को धमकाते नजर आए। सपा नेता अजीत प्रसाद ने उपचुनाव में धांधली का भी आरोप लगाया है।

सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद का आरोप

मिल्कीपुर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद ने कहा, “सपा पार्टी के पक्ष में वोट डाले जा रहे हैं ,लेकिन यहां कुछ अराजक तत्व हैं जो वोटर्स को प्रभावित कर रहे हैं और उन्हें वोट नहीं डालने दे रहे हैं। यहां की पुलिस प्रशासन भी लोगों पर दबाव बना रहा है कि समाजवादी पार्टी के पक्ष में वोट न डाले जाएं। हम पूरी तरह तैयार हैं, हर बूथ पर हमारे पोलिंग एजेंट हैं, लेकिन हमें कुछ जगहों से सूचना मिल रही है कि एजेंटों को बाहर निकाला जा रहा है।

कार्रवाई करने की अपील की

मतदाताओं को प्रशासन द्वारा डराया-धमकाया जा रहा है। मुझे घाटमपुर, शिवनाथपुर, कुमारगंज से शिकायत मिली है।सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पोस्ट किया कि मिल्कीपुर में वोटरों के आईडी कार्ड चेक किए जा रहे है, इसमें पुलिस के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। चुनाव आयोग इस मामले में तुरंत संज्ञान ले। ये अप्रत्यक्ष रुप से वोटरों में भय फैलाकर वोटिंग को प्रभावित करने का लोकतांत्रिक अपराध है। ऐसे लोगों को तुरंत हटाया जाए और दंडात्मक कार्रवाई की जाए।


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