Thursday, January 23, 2025

ओझा सर पर आप ने जताया भरोसा, पटपड़गंज से बनाया उम्मीदवार, जानें इनकी नेटवर्थ

लखनऊ: आम आदमी पार्टी ने 2025 में दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की आज सोमवार को दूसरी सूची जारी कर दी है। आप ने इसमें मशहूर टीचर अवध ओझा पर भरोसा जताया है। उन्होंने हाल ही में आम आदमी पार्टी को जॉइन कर राजनीति में कदम रखा था और अब उन्हें पार्टी की ओर से दिल्ली के पटपड़गंज से टिकट मिला है. पहले इस सीट पर मनीष सिसौदिया चुनाव लड़ते थे. ऐसे में हम अवध सर के नेटवर्थ की बात करेंगे कि उनके पास कितने करोड़ की संपत्ति है।

शिक्षक, मोटिवेशनल स्पीकर और अब नेता

सेलिब्रिटी टीचर अवध ओझा हाल ही में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे और अब उन्हें दिल्ली की पटपड़गंज सीट से चुनाव का टिकट भी मिल गया है. पहले शिक्षक और फिर मोटिवेशनल स्पीकर बने अवध ओझा अब राजनीति में आ गए हैं।

कोचिंग पढ़ाते पढ़ाते पॉलिटिक्स में एंट्री

ऑनलाइन कोचिंग पढ़ाते-पढ़ाते अब उन्होंने राजनीतिक गलियारों में भी जोरदार एंट्री कर ली है. ओझा सर कोचिंग के माध्यम से मोटी कमाई करते हैं। इसके अलावा वह अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए भी खूब कमाई करते हैं।

करीब 11 करोड़ रुपये की संपत्ति!

अवध ओझा उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले हैं। वे छात्रों के बीच ओझा सर के नाम से मशहूर हैं. यूपीएससी कोचिंग देने के अलावा वह एक प्रेरक स्पीकर के रूप में भी मशहूर रहे हैं। जैसे ही उन्होंने कोचिंग सेंटर शुरू किया, उनका पढ़ाने का अंदाज इतना वायरल हो गया कि कोचिंग में छात्रों की संख्या के साथ-साथ उनकी कमाई भी बढ़ने लगी। रिपोर्ट्स की मानें तो अवध ओझा की अनुमानित संपत्ति करीब 11 करोड़ रुपये के आस-पास है.

इनकम के सोर्स

अवध ओझा की कुल संपत्ति का सबसे बड़ा हिस्सा उनके द्वारा चलाए जा रहे कोचिंग सेंटरों से होने वाली आय से आता है। अवध ओझा क्लासेज की वेबसाइट पर नजर डालें तो यूपीएससी जीएस फाउंडेशन कोर्स की फीस ऑनलाइन जमा करने पर जीएसटी के साथ 90,000 रुपये और ऑफलाइन जमा करने पर 1,60,000 रुपये है। कोचिंग के अलावा अवध ओझा अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी कमाई करते हैं। मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर वह मशहूर हस्ती माने जाते हैं।

IAS बनने की चाह रह गई अधूरी

अवध ओझा की मां पेशे से वकील थीं, जबकि उनके पिता पोस्टमास्टर थे। बचपन से ही पढ़ाई में अच्छे रहे अवध प्रताप ओझा का सपना यूपीएससी क्लियर कर आईएएस बनने का था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका, इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की, प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने प्रयागराज की राह पकड़ ली।

इसके बाद यूपीएससी परीक्षा का मौका आया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी. यूपीएससी क्लियर न कर पाने के बाद उन्होंने कभी नौकरी न करने का फैसला किया और दूसरा रास्ता चुना, जो था कोचिंग सेंटर खोलना.

साल 2005 से पढ़ाने का काम शुरू

पहले उन्होंने किसी और के कोचिंग सेंटर में इतिहास पढ़ाया और फिर अपना खुद का कोचिंग सेंटर शुरू किया। अवध ओझा ने अपना पहला यूपीएससी कोचिंग सेंटर साल 2005 में दिल्ली के मुखर्जी नगर में शुरू किया और उसके बाद उनकी लोकप्रियता बढ़ती गई और वह शिक्षा क्षेत्र में एक सेलिब्रिटी शिक्षक बन गए।

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