लखनऊ। मुगल बादशाह शाहजहां के 370वें उर्स के अवसर पर एक खास ऑफर है। 3 दिन तक मुफ्त में ताजमहल को देख सकते है। 26 से 28 जनवरी तक ताजमहल में शाहजहां का उर्स चलेगा। जिस वजह से 3 दिन तक मुफ्त में ताजमहल का दीदार किया जा सकता है। पहले 2 दिन दोपहर दो बजे के बाद और आखिरी दिन 28 को पूरे दिन ताजमहल को देखना बिल्कुल निशुल्क होगा।
कव्वाली और मुशायरा भी शामिल
इन तीनों दिन में तहखाने में मौजूद शाहजहां, मुमताज की असली कब्रें भी देखना का मौका मिलेगा। ताजमहल में गुरुवार को तीन दिवसीय उर्स की व्यवस्थाओं के लिए बैठक का आयोजन किया गया है। इसमें बताया गया कि 26 जनवरी को उर्स के पहले दिन दोपहर 2 बजे तहखाने को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। असली कब्रों पर गुस्ल फातिहा और दुआ की रस्म अदा की जाएगी। 27 जनवरी को दोपहर 2 बजे संदल की रस्म अदा की जाएगी। साथ ही कव्वाली मुशायरा भी होगा।
दुआ के बाद चढ़ाई जाएगी चादर
28 जनवरी को कुरानख्वानी, क़ुल फातिहा और दुआ के बाद सतरंगी चादर चढ़ाई जाएगी। पूरे दिन चादरपोशी की रस्म चलेगी। पहली चादर उर्स कमेटी की होगी। सहायक पुरातत्वविद नीरज वर्मा, अलका सिंह, संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी, सीआईएसएफ कमांडेंट वैभव कुमार, तरुण शर्मा आदि उपस्थित रहेंगे। उर्स के पहले और दूसरे दिन जायरीन और पर्यटकों की दोपहर से फ्री एंट्री रहेगी। वहीं तीसरे दिन पूरे दिन के लिए सभी की ताजमहल में फ्री एंट्री रहेगी। ताजमहल के विवाद के कारण उर्स में सुरक्षा के खास इंतजाम किए जाएंगे।
हिंदू नेता कर रहे विरोध
हिंदूवादी नेता ताजमहल में उर्स मनाए जाने का विरोध कर रहे हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), एम्मरर शाहजहां उर्स सेलिब्रेशन कमेटी, ताज सुरक्षा पुलिस और सीआईएसएफ के अधिकारियों की बैठक इंतजाम के लिए चर्चा हो चुकी है। मुगल बादशाह शाहजहां का उर्स हर साल हिजरी कैलेंडर के रजब माह के 25, 26 और 27 तारीख को मनाया जाता है। इस साल यह 26, 27 और 28 जनवरी को मनाया जाएगा।