लखनऊ। 20 मई को भी गांव सूरजपुर जरारा में महिलाओं ने आबकारी टीम के सामने देशी शराब की दुकान खोले जाने का जमकर विरोध किया। आबादी से दूर गांव की सीमा पर शराब ठेका खोले जाने की बात पर भी वह सहमत नहीं हुईं। दो टूक कह दिया कि वह गांव की सीमा में शराब ठेका नहीं खुलने देंगी। जरूरत पड़ी तो जिलाधिकारी के पास तक जाएंगी।
आबकारी निरीक्षक ने महिलाओं को समझाया
19 मई को शराब ठेका संचालन के लिए जर्जर कमरे की मरम्मत कराने पहुंचे दुकानदार को महिलाओं के विरोध के चलते काम बंद करवाना पड़ा था। 20 मई को अलीगढ़ से आबकारी विभाग की टीम महिलाओं को समझाने के लिए गांव पहुंची। आबकारी निरीक्षक विवेक दुबे ने गांव की सीमा पर शराब ठेका खोले जाने का सुझाव दिया लेकिन उस पर भी महिलाएं राजी नहीं हुईं। महिलाओं की मांग है कि सूरजपुर जरारा के नाम से आवंटित देशी शराब का ठेका निरस्त किया जाए। हंगामे की जानकारी पर पुलिस भी गांव पहुंच गई। हालांकि पुलिस व आबकारी टीम को बैरंग होना पड़ा।