लखनऊ। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर देश भर में पहले चरण का मतदान हो चुका है। जिसके बाद अब 26 अप्रैल को होने वाले दूसरे चरण के मतदान की तैयारियां चल रही हैं। वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की आंवला लोकसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी के दो प्रत्याशियों ने पर्चे भर दिए। ऐसे में एक ही दल से दो प्रत्याशी होने के कारण दोनों का नॉमिनेशन खारिज कर दिया गया। लेकिन जैसे ही इस बात की खबर बसपा सुप्रीमो तक पहुंची तो आनन-फानन में मायावती (Mayawati) और बरेली के अधिकारियों ने जूम पर मीटिंग करके पुष्टि की कि आंवला से बीएसपी का प्रत्याशी कौन है।
बसपा सुप्रीमो ने किया कंफर्म
दरअसल, मायावती (Mayawati) ने जूम मीटिंग में अधिकारियों से बात करते हुए ये बात साफ करी कि बहुजन समाज पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी सैयद आबिद अली हैं और उन्हें ही पार्टी की तरफ से प्रत्याशी बनाया गया है। जिसके बाद बरेली के प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली। इसके बाद आबिद अली के पर्ची को सही माना गया और दूसरे फर्जी प्रत्याशी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। यही नहीं इस मामले में फर्जी प्रत्याशी के खिलाफ लखनऊ के एक थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया।
जानें पूरा मामला
बरेली के सीडीओ के अनुसार, आंवला लोकसभा सीट पर दो लोग बीएसपी के प्रत्याशी होने का दावा कर रहे थे। दोनों के पास फॉर्म A-B था। दोनों के सिग्नेचर मौजूद थे, जिसकी वजह से कन्फ्यूजन हुआ। हालांकि बाद में बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा चुनाव आयोग में लिखित शिकायत की गई कि उनके द्वारा किसी सत्यवीर सिंह को कोई फॉर्म जारी नहीं किया गया है। इस मामले में बीएसपी महासचिव की तरफ से लखनऊ में एक एफआईआर भी दर्ज कराई गई है, जिसकी रसीद मुख्य निर्वाचन आयोग उत्तर प्रदेश में जमा कराई है।
सीडीओ ने आगे बताया कि इसी कागज पर संज्ञान लेते हुए जांच की गई। इसमें बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूम एप के जरिए शामिल हुईं। उनके अलावा आंवला के ऑब्जर्वर और आबिद अली अपने एजेंट के साथ मीटिंग में शामिल हुए। हालांकि, इसमें दूसरे उम्मीदवार शामिल नहीं हुए थे। मीटिंग में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आंवला से अपने प्रत्याशी के रूप में सैयद आबिद अली के नाम पर मुहर लगाई।