लखनऊ। महाकुंभ में भगदड़ के बाद लखनऊ से प्रयागराज के लिए बुधवार सुबह से बसों के संचालन पर रोक लगा दी है। इस बीच कई बसें बछरावां और रायबरेली के जाम में फंसी है। आगे जाने की परमिशन ना मिलने पर बसें वापस हो गई। वहीं, रेलवे स्टेशनों पर अलग-अलग राज्यों और शहरों से आए यात्री नहीं जा पा रहे हैं।
कई बसे यात्री लेकर रवाना
इस बीच लखनऊ से शाम के समय प्रयागराज जाने वाली त्रिवेणी एक्सप्रेस को भी रद्द कर दिया गया है। निजी वाहनों से जाने वालों को भी टोल प्लाजा पर रोक दिया गया। ऐसे में 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु लखनऊ की सीमा पर ही फंसें हैं। वहीं, लखनऊ वापस आने वाले 30 हजार से ज्यादा श्रद्धालु भी ट्रेनें और बसे ना चलने की वजह से प्रयागराज में फंसे हैं। प्रशासन की ओर से रोडवेज को सुबह ही बसों का संचालन रोकने के निर्देश दे दिए गए थे। हालांकि, 80 से ज्यादा बसें आलमबाग बस स्टेशन से यात्री लेकर रवाना हो चुकी थीं।
20 बसों के संचालन को रोका
अफसरों ने आनन-फानन में आलमबाग बस स्टेशन पर खड़ी लगभग 20 बसों के संचालन को रोक दिया गया है। इनमें बैठे यात्रियों को भी उतारने के साथ ही बताया गया कि अगला आदेश आने तक बसों को आगे नहीं जाने दिया जाएगा। ऐसे में यात्रियों ने रेलवे स्टेशन का रुख किया, तब तक इंटरसिटी समेत कई ट्रेनें अपने गंतव्य के लिए रवाना हो चुकी थी। दूसरी ट्रेनों से पहुंचे श्रद्धालुओं के पास भी कोई विकल्प नहीं बचा। ऐसे में दोपहर तक यात्री बस और रेलवे स्टेशनों के चक्कर काटते रहे।
साधन ना मिलने से परेशान लोग
परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि सूचनाएं मिल रहीं हैं कि हर थाने की पुलिस अपने क्षेत्र में पड़ने वाले हाइवे पर नाकाबंदी करें। नाकाबंदी करने के साथ ही बसों को वापस लौटा दें। ऐसे में यात्रियों को रिफंड किया जा रहा है। वहीं, रायबरेली के आगे पहुंच चुकी बसों के कई यात्री वापसी होती देख दूसरे साधन अपनाने को मजबूर है। वह दूसरे साधन से जाने की उम्मीद में उतर गए। हालांकि, घंटों इंतजार के बाद कोई साधन नहीं मिल रहा है, जिससे लोग परेशान हो रहे हैं।