लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज शुक्रवार को गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने लखनऊ पहुंचे, जहां उन्होंने राज्य की समृद्धि के लिए मत्था टेका। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने विदेशी आक्रमणकारियों से कश्मीर और सनातन की रक्षा की. गुरु नानक देव जी ने बाबर के अत्याचारों के विरुद्ध आवाज उठाई।
इतिहास गलतियां सुधारने का मौका
सीएम ने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने कभी किसी विदेशी आक्रांता के सामने सिर नहीं झुकाया, चाहे वे किसी भी देश या धर्म के हों. गुरु तेग बहादुर ने देश को गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज जैसी शक्तिशाली शक्ति भी दी। सीएम योगी ने आगे कहा कि सिख गुरुओं का महान इतिहास हम सभी के जीवन में एक नई प्रेरणा प्रदान करता है. इतिहास हमें अपनी गलतियां सुधारने का अवसर दे रहा है, हमें एकजुट रहना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू-सिखों के बीच दूरियां पैदा करने वालों से सावधान रहें.
जानें कौन थे श्री गुरु तेग बहादुर
श्री गुरु तेग बहादुर सिखों के नौवें गुरु थे। उनका जन्म वैशाख, कृष्ण पंचमी तदनुसार (21 अप्रैल 1621 – 24 नवम्बर 1675) को हुआ था। श्री गुरु तेग बहादुर जी विश्व मे प्रभावशील गुरू है। गुरु तेग बहादुर ने हिंदू धर्म और कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। गुरु तेग बहादुर ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। इस्लाम स्वीकार न करने के कारण मुगल शासक औरंगजेब ने 1675 में सबके सामने उनका सिर कलम कर दिया, लेकिन औरंगजेब अपना सिर नहीं झुका सका।