लखनऊ। प्रयागराज महाकुंभ से जुड़ी एक खबर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। इस वीडियो में महाकुंभ में बन रहे भंडारे में एक पुलिसकर्मी ने जमीन से उठाकर मिट्टी डाल दी। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस वीडियो को अपने अकाउंट एक्स पर पोस्ट किया।
जमीन से एक बर्तन में मिट्टी उठाई
अखिलेश यादव ने वीडियो के साथ लिखा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो लोग महाकुंभ में फंसे लोगों के लिए खाने की व्यवस्था कर रहे हैं। उनके द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्य के ऊपर राजनीतिक विद्वेष वश ने मिट्टी डाल दी है। वीडियो की जांच के बाद पता चला है कि यह वीडियो प्रयागराज के सोरांव इलाके के फाफामऊ-सोरांव सीमा के मलाक चतुरी गांव की बताई जा रही है। यहां सड़क किनारे पटरी पर तीन बड़े-बड़े भगोनों में श्रद्धालुओं के लिए खाना बनाया जा रहा था। इसी बीच एक पुलिसकर्मी ने एक बर्तन में जमीन से मिट्टी उठाई और बन रहे भोजन में उड़ेल दी।
पैदल श्रद्धालुओं के लिए भोजन
मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में हुए हादसे के बाद प्रयागराज आ रही गाड़ियों को रास्तों पर ही रोक दिया गया। लोग घंटों-घंटों अपनी गाड़ियों में बैठे दिखाई दे रहे हैं। कुछ लोग पैदल भी जा रहे थे। इन्हीं लोगों के लिए कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं ने रास्ते में भोजन की व्यवस्था की थी। डीसीपी गंगापार कुलदीप सिंह गुनावत ने कहा कि प्रयागराज-प्रतापगढ़ मार्ग पर सोरांव मलाक चतुरी गांव के सामने भी कुछ ग्रामीणों ने महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की सेवा के लिए भंडारे का तैयार करवाया था।
मामले की जांच जारी
उसी समय काफी संख्या में श्रद्धालु भंडारा खाना आए थे। हाईवे किनारे भंडारे के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। पुलिस जाम की समस्या दूर करने के लिए घटना पहुंची थी। भंडारा बंद कराने के लिए पुलिस टीम दबाव बनाया गया। ग्रामीणों ने जब भंडारा बंद करने से मना किया तो एक पुलिसकर्मी को गुस्सा आ गया और जमीन पर पड़ी मिट्टी और राख को चूल्हे पर बन रहे भंडारे के खाने में डाल दिया। उन्होंने कहा कि एसीपी सोरांव से जांच कराकर दोषी को सजा मिलेगी।