लखनऊ। राजधानी से मिले इनपुरट में भी संभल में हुई हिंसा को लेकर शंका जताई गई है। मंडलायुक्त आन्जेन्य कुमार सिंह का कहना है कि संभल में हुई हिंसा एक साजिश थी। भीड़ को उकसाने के लिए पहले से ही प्लान बनाया गया था। लखनऊ से भी इनपुट मिले थे कि कुछ गड़बड़ी की जा सकती । वहीं 5 कंपनी पीएसी और पुलिस बल तैनात किया गया।
गोली से मरने के सबूत दें
मंडलायुक्त ने कहा कि जो लोग आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस की गोलीबारी से लोगों की मौत हुई है तो इस बात के सबूत दें। आजकल सभी के पास मोबाइल है। किसी ने तो घटना का वीडियो बनाया होगा। पुलिस ने एक ऐसा चाकू भी बरामद किया है जो दोनों ओर से चलता है। जिसे हिंसा में इस्तेमाल किया जाता है। जो लोग हिंसा में मारे गए हैं उनसे से 3 की शिकायत हमें मिल चुकी है। हम उस एंगल से की मामले की जांच कर रहे हैं। मृतकों के परिवार को न्याय दिया जाएगा।
सर्वे अधूरे होने थे
उन्होंने कहा कि जो सर्वे पहले हुए है वह अधूरे है। इस कारण टीम को दोबारा सर्वे करने के लिए मस्जिद जाना पड़ा। सर्वे संबंधी जानकारी भी एक दिन पहले ही दी गई थी। इसका कोई सबूत प्रशासन ने सर्वे टीम की सुरक्षा के लिहाज से किए गए इंतजाम पर पर अचानक से भीड़ बेकाबू हो गई। वहीं सर्वे टीम पर पत्थर फेंकने लगी। इससे बचाव के लिए टीम पुलिस ने तुरंत कार्य किया। घटना के दौरान 4 लोगों की गोली लगने से मौत हो गई।
दोषी पर कड़ी कार्रवाई
कोई भी मौत पुलिस की गोली लगने से नहीं हुई है। वह कैसे मारे गए इस बात की जांच की जाएगी। जो दोषी है उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।