लखनऊ। लोकबंधु अस्पताल में आग लगने की सच्चाई का पता चला है। लोकबंधु अस्पताल में आग शॉर्ट सर्किट के कारण नहीं लगी। बल्कि आग किसी के बीड़ी-सिगरेट पीकर फेंकने से लगी थी। इस बात का जिक्र पांच सदस्यीय जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में किया है। जांच अधिकारियों का कहना है कि जलती बीड़ी का […]
लखनऊ। लोकबंधु अस्पताल में आग लगने की सच्चाई का पता चला है। लोकबंधु अस्पताल में आग शॉर्ट सर्किट के कारण नहीं लगी। बल्कि आग किसी के बीड़ी-सिगरेट पीकर फेंकने से लगी थी। इस बात का जिक्र पांच सदस्यीय जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में किया है। जांच अधिकारियों का कहना है कि जलती बीड़ी का टुकड़ा खिड़की के रास्ते स्टोर में फेंका गया था, जिससे आग लग गई।
जांच टीम ने पाया कि सभी एमसीबी और स्विच चालू हालत में थे, जिस कारण शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना न के बराबर है। गौर करने वाली बात यह है कि कमेटी ने 15 दिन में सौंपी जाने वाली जांच रिपोर्ट केवल तीन दिन में तैयार करके शासन को भेजी है। कानपुर रोड स्थित लोकबंधु राज नारायण संयुक्त अस्पताल में सोमवार की रात दूसरे फ्लोर के फीमेल मेडिसिन वार्ड में आग लगने की घटना हुई थी, जिससे भारी नुकसान हुआ। घटना की जांच के लिए प्रमुख स्वास्थ्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने पांच सदस्यीय कमेटी बनाई थी।
जांच टीम को 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी। जांच टीम ने तीन दिन में ही जांच करके अपनी रिपोर्ट प्रशासन को भेज दी। अधिकारियों ने बताया कि जांच रिपोर्ट में शॉर्ट सर्किट से आग लगने के कोई सबूत नहीं मिले। हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में लगे एसी की इनडोर यूनिट आग लगने की वजह से गरम हो गई और दीवार के जरिए स्टोर में पहुंच गई, जिससे कॉपर के पाइप भी क्षतिग्रस्त हो गए। आइसोलेशन वार्ड में लाइट और फैन की आपूर्ति सही थी। इसे जांच के समय बंद कराया गया।
डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स में आइसोलेशन वार्ड के एसी की एमसीबी ऑफ मिली, जो एसी टेक्नीशियन ने आग लगने से पहले ही बंद कर दी थी। आइसोलेशन वार्ड के सामने वाले नर्सिंग स्टेशन के एसी का एमसीबी चालू था। बाकी सभी लाइट, फैन, स्टोर और आइसोलेशन वार्ड, नर्सिंग स्टेशन को जो नियंत्रित करता है उसका एमसीबी बंद था। इससे यह स्पष्ट है कि स्टोर या वार्ड में शॉर्ट सर्किट नहीं हुआ है।