Thursday, October 24, 2024

यूपी की अर्थव्यवस्था पर ‘रामलला’ की कृपा! पर्यटन और इन वजह से भरा सरकारी खजाना

लखनऊ। प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम लला के दर्शन के लिए मंदिर में ताता लग गया। पर्यटन क्षेत्र में वृद्दि आई। वहीं दूसरी तरफ अप्रैल 2024 में देश में रिकॉर्ड 2.10 लाख करोड़ रुपये का GST कलेक्शन आया. खास बात है कि उत्तर प्रदेश ने 19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए मंथली कलेक्शन में तमिलनाडु को पीछे छोड़ दिया. अप्रैल 2024 में 12,290 करोड़ रुपये के साथ महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक और गुजरात के बाद GST कलेक्शन में चौथा सबसे बड़ा योगदानकर्ता बन गया. इसमें अयोध्या में राम मंदिर का अहम योगदान रहा क्योंकि, जनवरी में राम मंदिर के उद्घाटन के चलते राज्य में पर्यटन में काफी वृद्धि हुई. विशेषज्ञ यूपी के GST राजस्व में हालिया उछाल के लिए इस कारक को जिम्मेदार मानते हैं.

यूपी में बढ़ा जीएसटी कलेक्शन

देश में सबसे अधिक फैक्ट्री वाला राज्य तमिलनाडु पाचवें स्थान पर खिसक गया. अप्रैल 2023 में तमिलनाडु का जीएसटी कलेक्शन 11,559 करोड़ रुपये था जबकि यूपी का 10,320 करोड़ रुपये था. टैक्स चोरी पर अंकुश लगाने के लिए मजबूत कदमों से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर पर आक्रामक खर्च की बदौलत यूपी के GST कलेक्शन में यह वृद्धि देखने को मिली.

राम मंदिर के चलते बढ़ा पर्यटन

अयोध्या में राम मंदिर के पूरा होने और विभिन्न पहलों को देखते हुए, यूपी में पर्यटकों (घरेलू और विदेशी) का कुल वार्षिक खर्च 2025 के अंत तक 4 लाख करोड़ रुपये को पार कर सकता है, जिससे राज्य को वित्त वर्ष 2025 में 20,000-25,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त टैक्स रेवेन्यू मिल सकता है. 21 जनवरी को जारी SBI रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया है.

मनीकंट्रोल पर छपी रिपोर्ट में पीडब्ल्यूसी में इनडायरेक्ट टैक्स के पार्टनर और नेशनल लीडर प्रतीक जैन ने कहा, “अयोध्या में राम मंदिर के आसपास धार्मिक यात्रा बढ़ने बहुत अधिक ट्रैफ़िक देखने को मिला. जिसके चलते बड़े पैमाने पर ट्रैवल और HOTEL के लिए भुगतान किया गया. पिछले कुछ महीनों में इससे GST TAX में 200-300 करोड़ रुपये आए हैं. ” जैन के मुताबिक, पूंजीगत व्यय पर UP का ध्यान उसके राजस्व को बढ़ा सकता है.

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