लखनऊ। बहराइच के महराजगंज हुई हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद और उसके तीन बेटों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। उसका चौथा बेटा नेपाल में रहता है। वहां उसका सोने-चांदी का कारोबार करता है। अगर समय रहते पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो सभी आरोपी नेपाल भाग जाते। अब पुलिस उसके चौथे बेटे की […]
लखनऊ। बहराइच के महराजगंज हुई हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद और उसके तीन बेटों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। उसका चौथा बेटा नेपाल में रहता है। वहां उसका सोने-चांदी का कारोबार करता है। अगर समय रहते पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो सभी आरोपी नेपाल भाग जाते। अब पुलिस उसके चौथे बेटे की तलाश कर रही है।
इस बीच भाजपा जिलाध्यक्ष बृजेश पांडेय ने लखनऊ में सीएम योगी से मुलाकात की और पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक अब्दुल हमीद अपने दो बेटों के साथ नेपाल भागने की फिराक में था। उसके बड़े बेटे पिंटू की नेपालगंज में ससुराल है, जहां पर वह कारोबार करता है। हिंसा वाले दिन एक माननीय के कार्यालय और घर पर भी कुछ लोगों ने पथराव किया था। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने सीएम योगी को फोन कर शिकायत की। माननीय ने यह भी बताया कि एक दूसरे माननीय के इशारे पर उनके साथ ऐसा बर्ताव किया गया है।
जिले में हुई हिंसा को लेकर अब सभी को कार्रवाई का इंतजार है। हिंसा के दौरान एसडीएम महसी, एएसपी ग्रामीण और एक नायब तहसीलदार की लापरवाही सामने आई थी। स्वयं एसटीएफ प्रमुख ने भी इसका जिक्र किया था। सूत्रों के मुताबिक एसडीएम को जब फोन कर एक व्यक्ति ने बताया कि हिंसा हो गई है तो, मौके पर जाने की बजाय उनके स्तर से पूछा गया कि कितने लोग मारे गए हैं। ऐसे में पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की लापरवाही से मामला बढ़ता गया। शनिवार को पूरे दिन तीनों अफसरों के हटाए जाने की चर्चा होती रही।
इसी मामले में सीओ महसी को उनके पद से हटाया जा चुका है। तहसीलदार को कलक्ट्रेट से अटैच किया गया है। शनिवार को इस मामले की रिपोर्ट सीएम योगी को सौंपी गई है।