लखनऊ। परी अखाड़े के अर्धनारीश्वर धाम की प्रमुख और किन्नर कथावाचक हिमांगी सखी ने अपने बचपन की दर्दनाक कहानी बयां की है। बचपन में ही उन्होंने माता-पिता को खो दिया। बार-बार उनके साथ रेप किया गया। आर्थिक तंगी के चलते सड़कों पर पड़ा झूठा खाना खाने को मजबूर होना पड़ा।
रिश्तेदारों ने नहीं किया सपोर्ट
उन्होंने ये भी बताया कि उनके माता-पिता की लव मैरिज हुई थी, जिसकी वजह से रिश्तेदारों से भी उन्हें कोई सपोर्ट नहीं मिला था। उनके नाना-नानी उनकी मां से नफरत करते थे, इसलिए जब मां का निधन हुआ तो कोई उनकी मदद के लिए नहीं आया। हिमांगी सखी ने बताया कि बचपन में वह काफी अच्छे स्कूल में पढ़ रही थीं और उनकी मां काफी पढ़ी-लिखी थीं, लेकिन जब उनके पिता की अचानक से मृत्यु हो गई तो उनकी मां पागल हो गई। जिस वजह से परिवार को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
पिता को हार्ट अटैक आया
हिमांगी सखी ने बताया कि ‘मेरे पिता पेशे से एक फिल्म डिस्ट्रीयूब्यूटर थे और मां डॉक्टर थी। वह दोनों काफी पढ़े-लिखे थे। हिमांगी सखी होली फैमिली कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ती थीं। अचानक से उनके पिता को हार्ट अटैक आया और उन्हें इलाज के लिए कूपर हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘पापा की याद में उनकी मां मेंटली डिस्चार्ज हो गई थीं। परिवार वालों ने भी उन्हें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
माता मेंटली डिस्चार्ज हो गईं
मुंबई में मम्मी ने फ्लैट लिया और जैसे ही वो लोग वहां शिफ्ट हुए तो उनकी माता पूरी तरह से मेंटली डिस्चार्ज हो गईं। पागलों की तरह सड़कों पर घूमना शुरू कर दिया। जिस वजह से उनकी पढ़ाई बंद होगी। मां पागल हो गई थी लेकिन उन्हें कोई देखने नहीं आता था ऐसे दिन काटे है। हिमांगी सखी अपने बचपन की बात बताते हुए बेहद भावुक हो गईं। पड़ोसी न्यूज पेपर से फेंक कर खाना देते थे। उनके पड़ोस में पंजाबी फैमिली का बेटा उनका शारीरिक शोषण करता था। उन्होंने कहा, ‘छोटी उम्र में मेरा रेप पर रेप हुआ।