लखनऊ: महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से हो चुकी है। ऐसे में मान्यता है कि महाकुंभ में स्नान करने के बाद कुछ चीजों का दान करना बेहद शुभ माना गया है। आप भी संगम में डुबकी लगा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। चलिए जानते हैं कि स्नान के बाद क्या […]
लखनऊ: महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से हो चुकी है। ऐसे में मान्यता है कि महाकुंभ में स्नान करने के बाद कुछ चीजों का दान करना बेहद शुभ माना गया है। आप भी संगम में डुबकी लगा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। चलिए जानते हैं कि स्नान के बाद क्या दान करना चाहिए।
यूपी के प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। हिंदू धर्म में सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक माना जाता है। महाकुंभ के दौरान देश विदेशों से भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। वहीं माना जाता है कि महाकुंभ में डुबकी लगाने से कई पाप धुल जाते हैं और देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। हालांकि महाकुंभ में स्नान करने के बाद कुछ चीजों का दान भी करना चाहिए। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
महाकुंभ में स्नान करने के बाद जरूरतमंदों को वस्त्र दान अवश्य करना चाहिए। वस्त्र दान करने से धार्मिक लाभ मिलता है और जरूरतमंदों को राहत भी मिलती है। ऐसे में महाकुंभ में स्नान करने के बाद अपनी क्षमता के अनुसार वस्त्र दान अवश्य करना चाहिए।
हिंदू धर्म में अन्न दान को महादान कहा जाता है। इसलिए कुंभ स्नान के बाद अन्न दान अवश्य करें। अन्न दान करने से आपको आत्मिक संतुष्टि मिलती है और साथ ही आपके पूर्वजों की आत्मा को भी मोक्ष मिलता है। पूर्वजों के आशीर्वाद से आपके जीवन में अच्छे बदलाव भी आते हैं।
महाकुंभ स्नान के बाद तिल और गुड़ का दान करने से तन और मन की शुद्धि होती है। मकर संक्रांति पर महाकुंभ स्नान करने वालों को इन चीजों का दान जरूर करना चाहिए। तिल और गुड़ का दान करने से सूर्य मजबूत होता है और करियर के क्षेत्र में शुभ फल मिलते हैं।
महाकुंभ में स्नान करने के बाद आप अपनी क्षमता के अनुसार धन का दान भी कर सकते हैं। हो सके तो स्नान के बाद किसी अनाथालय या वृद्धाश्रम में धन का दान करें। धन का दान करने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
अनाज और गाय का दान करना महादान माना जाता है। महाकुंभ के बाद गौशालाओं में गाय या अनाज का दान करना बहुत ही पुण्य का काम माना जाता है। इन दोनों चीजों का दान करने से आपकी कई समस्याएं दूर हो सकती हैं और सुख-शांति भी आती है।
बता दें कि महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ है और यह भव्य मेला 26 फरवरी तक चलेगा। 45 दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन में 45 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक इस बार महाकुंभ में 15 लाख से ज़्यादा विदेशी श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।