लखनऊ। प्रयागराज के संगम तट पर आज से महाकुंभ की शुरूआत हो गई है। 45 दिन तक चलने वाले इस पर्व में सनातन आस्था के प्रतीक शैव-वैष्णव, चारों शंकराचार्य, सभी परंपराओं के जगद् गुरु, उदासीन समेत सभी अखाड़ों के महामंडलेश्वर, सिद्ध योगी और संत-महंत विराजमान होंगे।
50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु
देशभर से लगभग 50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के महाकुंभ पहुंचने की संभावना है। आज शुभारंभ के दिन बिहार से भी लगभग 2 लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान है। जो मकर संक्रांति के दिन गंगा नदी में स्नान करेंगे। अगर आप भी महाकुंभ जाने वाले हैं तो बिहार से ट्रेन, कैब और निजी वाहन करके प्रयागराज आ सकते हैं। बिहार के किसी भी शहर से डायरेक्ट बस या फ्लाइट की सुविधा नहीं है। हमने 5-6 ट्रैवल एजेंट से बातचीत की। सभी ने कहा कि प्रयागराज (महाकुंभ) के लिए बिहार से काफी ट्रेनें चलती है, इसलिए लोग ट्रेन से ही सफर कर रहे हैं।
बुकिंग कर प्रयागराज पहुंच रहे
पटना के ट्रैवल एजेंट बंधु कुमार ने बताया कि ‘बिहार के किसी भी जिले से प्रयागराज के लिए बस की सुविधा नहीं है। जिसे बस से जाना है, वह पटना से बस पकड़ कर पहले वाराणसी जाए। उसके बाद वहां से बस बदलकर प्रयागराज जाए। गो- फ्रेंड्स-गो ट्रैवल एजेंसी के मैनेजर ब्रजेश कुमार ने बताया कि ‘लोग प्रयागराज के लिए सबसे ज्यादा कैब बुक करके जा रहे हैं। पटना से डायरेक्ट बस और फ्लाइट की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। ट्रेन के लिए 2 महीने पहले की बुकिंग फुल हो गई।
महाकुंभ में नो एंट्री जोन
अभी सभी ट्रेनों में नो रूम है। ऐसे में लोग निजी वाहन बुक कराकर प्रयाराज जा रहे हैं। ’निजी वाहन या बस से प्रयागराज जा रहे हैं तो संगम से 10 किलोमीटर पहले ही रोक दिया जा रहा है। अमृत स्नान के एक दिन पहले और एक दिन बाद कुंभ मेला में नो व्हीकल जोन रहेगा। कोई भी गाड़ी महाकुंभ में प्रवेश नहीं करेगी। हालांकि, बाकी दिनों में छोटी गाड़ियों को जाने दिया जाएगा।