लखनऊ। प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को मारने वाली मुस्कान मेरठ की जेल में सजा काट रही है। जेल में बंद मुस्कान रस्तोगी की प्रेग्नेंसी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के एक दिन बाद मृतक के भाई का एक बयान सामने आया है। बयान में सौरभ के भाई ने कहा कि अगर यह […]
लखनऊ। प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को मारने वाली मुस्कान मेरठ की जेल में सजा काट रही है। जेल में बंद मुस्कान रस्तोगी की प्रेग्नेंसी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के एक दिन बाद मृतक के भाई का एक बयान सामने आया है। बयान में सौरभ के भाई ने कहा कि अगर यह बच्चा सौरभ (मृतक) का हुआ तो वह उसे गोद ले लेंगे और उसका पालन-पोषण करेंगे।
मुस्कान के पति सौरभ राजपूत के भाई बबलू राजपूत ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘अगर बच्चा मेरे भाई सौरभ का हुआ, तो हम उसे अपनाएंगे और उसका पालन-पोषण करेंगे।” लेकिन उनकी शर्त यह है कि वे पहले बच्चे का डीएनए टेस्ट कराएंगे। हालांकि, मुस्कान के परिवारवालों ने अब तक इस मामले में अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सौरभ राजपूत की 4 मार्च की रात को मेरठ के इंदिरानगर स्थित उनके घर पर हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसकी पत्नी मुस्कान और प्रेमी साहिल था।
जानकारी के मुताबिक, साहिल से मिलने के लिए उसकी नानी पुष्पा दूसरी बार जेल पहुंची। वह उसके लिए खाने के लिए फल और कपड़े लेकर आई। वहीं, मुस्कान से मुलाकात करने के लिए उसके परिवार से अभी तक कोई नहीं पहुंचा है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. विरेश राज शर्मा ने बताया कि अब मुस्कान का अल्ट्रासाउंड कराया जाएगा, जिससे गर्भ की स्थिति का पता लग पाएगा। विरेश शर्मा ने बताया कि जेल में आने वाली हर महिला कैदी की नियमित जांच और गर्भावस्था का टेस्ट किया जाता है। मुस्कान की जांच भी इसी प्रक्रिया का हिस्सा थी।
डॉक्टर ने कहा कि उन्हें अभी डॉक्टरों की रिपोर्ट नहीं मिली है और उन्हें प्रेग्नेंसी के बारे में केवल मौखिक जानकारी दी गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कटारिया ने सोमवार को कहा कि मुस्कान की प्रारंभिक जांच की गई, जिसमें उसके गर्भवती होने का पता चला है। उन्होंने कहा कि आगे की जांच के लिए अल्ट्रासाउंड कराया जाएगा, जिससे गर्भावस्था की स्थिति और अवधि के बारे में पता चलेगा। मुस्कान और साहिल ने सौरभ हत्याकांड की साजिश पहली बार पिछले साल नवंबर में रची गई थी।
फरवरी में सौरभ को भारत लौटना था और तभी इस खतरनाक साजिश को अंजाम देने पर मंजूरी हुई। दोनों आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। मुस्कान जेल में बंद सिलाई का काम करती है। वहीं साहिल खेतीबाड़ी का काम करता है। नशा मुक्ति केंद्र की मदद से दोनों को पुनर्वास प्रक्रिया में भी शामिल किया गया है।