लखनऊ। प्रयागराज के उमेश पाल मर्डर केस में बड़ा खुलासा हुआ है। उमेश पाल की हत्या में कभी साथ में ऑटो चलाने वाले साथी ड्राइवर सजर की संलिप्तता सामने आई है। साथी ड्राइवर की गिरफ्तारी से लोग हैरान है। बसपा विधायक राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल का मर्डर पिछले महीने के 24 फरवरी यानी कि आज के दिन ही हुआ था। इस घटना के 1 महीने बाद भी 5 मुख्य आरोपी फरार हैं। पुलिस की टीम अभी तक उन्हें पकड़ नहीं पाई है। हालांकि इस हत्याकांड को अंजाम देने में जिन लोगों ने मददगार की भूमिका निभाई थी, पुलिस उन सभी पर शिकंजा कस रही है। इसी क्रम में पुलिस ने एक ऑटो ड्राइवर को पकड़ा है।
ऑटो चलाने से लेकर करोड़पति बनने का सफर
बताया जा रहा है कि ऑटो चालक सजर उमेश पाल काफी पुराना साथी था। उसने हत्याकांड के आरोपियों की मदद की थी। प्रयागराज मर्डर केस में यह बड़ा खुलासा पिछले दिनों पांच संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद हुआ है। उमेश पाल अपने शुरुआती दिनों में ऑटो चलाने का कार्य करते थे। इसी दौरान उसकी दोस्ती मोहम्मद सजर से हुई। उमेश पाल भले ही ऑटो चलाते थे लेकिन हमेशा से उनकी चाहत कुछ बड़ा करने की थी। साधारण ऑटो चालक से उमेश पाल करोड़ों की मालिक बन चुके थे। उनके पास सफारी, क्रेटा, इनोवा जैसी कई लग्जरी गाड़िया थी।
पड़ोसी बना मोहरा
उमेश पाल हत्याकांड में दो दिन पहले पुलिस ने सूबेदारगंज के पास से माफिया अतीक अहमद के पांच मददगारों को गिरफ्तार किया है। इसमें जयंतीपुर सुलेमसराय का मोहम्मद सजर भी शामिल है। लोग इस गिरफ्तारी से हैरान हो गए है क्योंकि सजर उमेश पाल का पड़ोसी है। पहले वह उमेश पाल के साथ ऑटो चलाने का काम करता था।