लखनऊ। माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को आज प्रयागराज MP-MLA कोर्ट ने उमेश पाल अपहरण मामले में बरी कर दिया है। हालांकि दूसरी तरफ अशरफ के गुर्गे लल्ला गद्दी को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। पुलिस लल्ला गद्दी को अज्ञात स्थान पर ले गई है। आज सुबह पुलिस ने लल्ला गद्दी को तीन दिन की रिमांड पर लिया था। उसके ऊपर अशरफ से गैर कानूनी तरीके से मिलने और उसके लिए काम करने का आरोप लगा है। पुलिस ने जानकरी दी है कि मौके से पेन कार्ड, पेन ड्राइव, डायरी बरामद हुई है।
अशरफ और अतीक में अंतर नहीं
मालूम हो कि उमेश पाल अपहरण मामले में अशरफ समेत 7 लोगों को बरी कर दिया गया है। हालांकि इसे लेकर राजू पाल की पत्नी पूजा पाल ने नाराजगी जताई है। सपा नेता पूजा पाल ने कहा कि अशरफ को दोषमुक्त किया जाना न्यायोचित नहीं है। अशरफ और अतीक में कोई अंतर नहीं है।अशरफ का बरी होना बहुत चौंकाने वाला है क्योंकि वह एक कट्टर अपराधी है। दोनों भाई ने साथ में मिलकर कई अपराध किए हैं और एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों ने लोगों के जीवन को अंधकार में डालने का काम किया है। कोर्ट के इस फैसले से अतीक के शूटर्स का मनोबल बढ़ेगा। उन्हें ऐसा लगेगा कि बड़े भाई को सजा मिल है लेकिन छोटा भाई तो दोषमुक्त करार दिया गया है। हमारे पति के केस में अभी ट्रायल चल रहा है, इन लोगों से हमें खतरा है।
अशरफ की वजह से हुआ था कांड
बता दें कि अशरफ अहमद ही वह व्यक्ति है, जिसे लेकर राजू पाल की हत्या की गई थी। राजू पाल ने चुनाव में अशरफ को हराया था, जिसे अतीक अहमद का परिवार बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसकी 1 महीने में ही हत्या कर दी। इस मामले में उमेश पाल मुख्य गवाह था, जिसकी हत्या अतीक और उसके गुर्गों ने मिलभगत करके कर दी।