लखनऊ। अलीगढ़ की जेएन मेडिकल कॉलेज में आए दिन मरीजों की लंबी कतार देखने को मिलती है। बीते दिनों भी बबलू नाम के एक व्यक्ति ने अपनी मां के पैर में चोट लग जाने के कारण जेएन अस्पताल में भर्ती कराने के लिए लाया था। उसकी मां के पैर में एक्सीडेंट के दौरान चोट लग गई थी। इस दौरान डॉक्टर और अन्य अस्पताल के कर्मचारियों ने बबलू से बदसलूकी की थी। जिससे अस्पताल कर्मचारियों और बबलू के बीच विवाद बढ़ गया था। जिसे मौके पर पहुंचे लोगों के द्वारा मामले को शांत कराया गया। वहीं पुलिस ने 2 तीमारदारों को गिरफ्तार कर लिया है।
डॉक्टरों और तीमारदारों के बीच हाथापाई
26 अगस्त को भी एक तीमारदार अपने मरीज को लेकर अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में पहुंचा था। मरीज के ज्यादा खून बह जाने के कारण उसके द्वारा डॉक्टर से जल्द इलाज करने की बात कही। इस बात को लेकर डॉक्टर ने नाराजगी जाहिर की थी। इसी बात पर डॉक्टर और मरीजों में कहासुनी हो गई। आरोप है तीमारदार के द्वारा डॉक्टर के साथ मारपीट की गई थी। डॉक्टर के द्वारा भी तीमारदार के साथ हाथापाई शुरू करते हुए उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस के हवाले करते हुए इमरजेंसी सेवा को बंद कर दिया है। जिसके चलते दर्जनों मरीजों को बिना इलाज ही वापस लौटना पड़ रहा है।
विरोध करने पर होती है मारपीट
मौके पर पहुंचे समाजवादी पार्टी के छात्र सभा के पूर्व अध्यक्ष मोहसिन मेवाती ने डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जिस तरह से हर रोज डॉक्टरों के द्वारा तीमारदारों के साथ बदसलूकी की जा रही है। इसको लेकर कड़े फैसले लेने की जरूरत है। जहां एक ओर डॉक्टर मरीजों का सही इलाज नहीं कर रहे है। जब तीमारदार इस चीज का विरोध करते हैं तो डॉक्टर के द्वारा तीमारदारों के साथ मारपीट की जाती है। डॉक्टरों द्वारा कामकाज बंद करते हुए इमरजेंसी सेवा को ठप कर दिया जाता है। ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।