लखनऊ। मुख़्तार अंसारी के शार्प शूटर संजीव जीवा की कल यानी कि 7 जून को लखनऊ कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हमलवार विजय यादव ने वकील के लिबास में संजीव जीवा पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। जानकारी के मुताबिक कोर्ट की सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही बरती गई है। दरअसल कोर्ट में लगे मेटल डिटेक्टर काम नहीं कर रहे थे। कोर्ट परिसर में लगे कई सीसीटीवी भी ख़राब पाये गये हैं।
कोर्ट परिसर की सुरक्षा का तैयार होगा ब्लू प्रिंट
दूसरी तरफ कोर्ट की सुरक्षा समेत अन्य मांगों को लेकर वकील हड़ताल पर है। राजधानी लखनऊ में आज भी वकीलों का हड़ताल जारी है। मालूम हो कि लखनऊ बार एसोसिएशन ने हड़ताल का ऐलान किया है। वहीं कोर्ट और कोर्ट परिसर की सुरक्षा को लेकर शासन स्तर पर बड़ी बैठक होगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाले इस बैठक में प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी, डीजी एलओ, प्रदेश के सभी जिलों के कप्तान, पुलिस कमिश्नर, एडीजी जोन, रेंज आईजी और रेंज डीआईजी मीटिंग करेंगे। इस दौरान कोर्ट रूम और कोर्ट परिसर की सुरक्षा का ब्लूप्रिंट तैयार किया जायेगा।
मुख़्तार का शार्प शूटर
कुख्यात अपराधी संजीव जीवा बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या मामले में नामजद आरोपी था। जबकि भाजपा नेता ब्रह्मदत्त दिवेदी की हत्या मामले में जेल की सजा काट रहा था। नब्बे के दशक में उसने कोलकाता के एक कारोबारी के बेटे का अपहरण कर उससे 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा माफिया डॉन मुख़्तार अंसारी का शार्प शूटर रह चुका है।