लखनऊ। कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से रैगिंग का एक नया मामला सामने आया है। डीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल में रैगिंग के आरोप में आठ सीनियर छात्रों को छह महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है। उनके सेमेस्टर परीक्षा में बैठने पर भी रोक लगा दी है। सीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा जूनियर […]
लखनऊ। कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से रैगिंग का एक नया मामला सामने आया है। डीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल में रैगिंग के आरोप में आठ सीनियर छात्रों को छह महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है। उनके सेमेस्टर परीक्षा में बैठने पर भी रोक लगा दी है।
जूनियर छात्रों को फर्जी कॉल और सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से परेशान करने के लिए आरोपी माना गया है। प्रत्येक आरोपी पर 10,000 का जुर्माना लगाया है। गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (जीएसवीएम) मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि साइबर सेल की जांच से पता चला है कि इन छात्रों ने फर्जी इंस्टाग्राम प्रोफाइल बनाए थे। जिससे इन्होंने जूनियर छात्रों को मैसेज भेजकर रैगिंग की थी। सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से सीनियर छात्रों की करतूतों का खुलासा हुआ।
आरोपी छात्रों ने रैगिंग के लिए माफी मांगी है। प्राचार्य ने बताया कि 8 छात्रों की रैगिंग संबंधी शिकायत मिली थी। इस मामले की जानकारी शासन और रैगिंग सेल को दे दी गई है। सभी आरोपी छात्र अब छह महीने तक मेडिकल कॉलेज में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। उन कॉलेज में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मामले की जांच कराई और तथ्य मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है।