लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां माता-पिता ने अपनी सवा माह की बेटी की बलि चढ़ा दी, वो भी एक तांत्रिक के कहने पर। इसकी सूचना पुलिस को मिली. पुलिस ने जब दंपत्ति से इसकी वजह पूछी तो माता-पिता ने कहा- मैं अपनी बेटी की वजह […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां माता-पिता ने अपनी सवा माह की बेटी की बलि चढ़ा दी, वो भी एक तांत्रिक के कहने पर। इसकी सूचना पुलिस को मिली. पुलिस ने जब दंपत्ति से इसकी वजह पूछी तो माता-पिता ने कहा- मैं अपनी बेटी की वजह से बीमार रहने लगा था. इसलिए तांत्रिक के कहने पर हमने उसकी हत्या कर दी.
मामला भोपा थाना क्षेत्र के गांव बेलरा का है। यहां गोपाल की पत्नी ममता ने सवा माह पहले एक बच्ची को जन्म दिया था। कपल ने अपनी बेटी का नाम शगुन रखा है। लेकिन बुधवार को दंपति ने एक तांत्रिक के साथ मिलकर अपनी ही बेटी की बलि चढ़ा दी. इसकी सूचना जब पुलिस को मिली तो टीम मौके पर पहुंची. दंपत्ति से पूछा- आपकी बेटी कहां है? जवाब मिला- हमने उसे मार डाला.
बता दें कि यह घटना को सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई. पुलिस ने तुरंत ही दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उस तांत्रिक को भी गिरफ्तार कर लिया, जिसके लिए उसने अपनी बेटी की हत्या की थी. फिलहाल तीनों से पूछताछ की जा रही है. मामले में आगे की कार्रवाई चल रही है. तीनों को आज यानी गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
पुलिस को जानकारी मिली थी कि पहली पत्नी की मौत के बाद गोपाल ने परतापुर की ममता से शादी की। वह अपनी बेटी के जन्म के बाद से ही बीमार थीं. इस दौरान दोनों एक तांत्रिक के पास गए। वहां से घर लौट आया, लेकिन उसके बाद बच्ची के रोने की आवाज किसी ने नहीं सुनी. जब पड़ोसियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी.
पुलिस ने अपनी कार्रवाई करते हुए दंपती से पूछताछ की। दोनों के बताये ठिकाने से सीकरी और बेल्दा के बीच जंगल से लड़की के कपड़े बरामद कर लिये गये हैं. इसके बाद पुलिस ने तांत्रिक को भी गिरफ्तार कर लिया. फिर देर रात तक पुलिस टीम ने तीनों की बताई जगह पर खोजबीन की .
बच्ची का शव अभी तक नहीं मिला है. वहीं पुलिस ने इस घटना को लेकर कहा कि मामला मानव बलि का है। लेकिन फिर भी हर तरीके से इसकी जांच जारी है. पुलिस को भी मामला कुछ अजीब लग रहा है क्योंकि कई बार दंपत्ति यह कह रहे हैं कि उन्होंने बच्ची को गंगा नदी में फेंक दिया है. कभी कहा जाता है कि उसे खेत में दफनाया गया है.