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Mukhtar Ansari: उम्र कैद की सजा सुनते ही गिड़गिड़ाया मुख़्तार, कहा- हुजूर बुजुर्ग हूं, जानें कोर्ट का जवाब

लखनऊ। बांदा जेल में बंद माफिया मुख़्तार अंसारी को लोकसभा चुनाव से पहले फ़र्ज़ी शस्त्र लाइसेंस मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। साथ ही 2.20 लाख का जुर्माना लगाया गया है। वाराणसी की विशेष एमपी-एमएलए अवनीश कुमार गौतम की कोर्ट ने माफिया को उम्र कैद की सजा सुनाई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम […]

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  • March 14, 2024 6:01 am Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

लखनऊ। बांदा जेल में बंद माफिया मुख़्तार अंसारी को लोकसभा चुनाव से पहले फ़र्ज़ी शस्त्र लाइसेंस मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। साथ ही 2.20 लाख का जुर्माना लगाया गया है। वाराणसी की विशेष एमपी-एमएलए अवनीश कुमार गौतम की कोर्ट ने माफिया को उम्र कैद की सजा सुनाई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी माफिया की पेशी हुई। वहीं सजा सुनते ही मुख़्तार अदालत में गिड़गिड़ा पड़ा।

कोर्ट ने नहीं किया रहम

जानकारी के मुताबिक सजा सुनते ही माफिया कोर्ट में गिड़गिड़ाने लगा और जेल में ही सिर पकड़कर बैठ गया। उनसे खुद को बुजुर्ग और बीमार बताया। इस वजह से सजा कम करने की अपील की। इसके जवाब में कोर्ट ने कहा कि उसका अपराध बड़ा है। मालूम हो कि मुख्तार अंसारी को दूसरी बार उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। इससे पहले अवधेश राय हत्याकांड में 5 जून 2023 को आजीवन कारावास की सजा मिली थी।

जानें मामला

फर्जी लाइसेंस वाला मामला 36 साल पुराना है। मुख्तार अंसारी पर आरोप है कि उसने डीएम और एसपी का फर्जी हस्ताक्षर कर लाइसेंस लिया। इसे लेकर मोहम्मदाबाद थाने में केस दर्ज किया गया। माफिया मुख़्तार को भारतीय दंड संहिता की धारा 428,467,468,120B के तहत दोषी माना गया। मुख्तार अंसारी ने तत्कालीन डीएम आलोक रंजन व एसपी गाजीपुर देवराज के फर्जी हस्ताक्षर बनवाकर शस्त्र लाइसेंस हासिल किया था।


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