लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में मझोला थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने अवैध हथियार फैक्ट्री चलाने और छात्र राजनीति में पहचान बनाने के लिए हथियारों की आपूर्ति करने के आरोप में एक निजी विश्वविद्यालय के छात्र और उसके छह सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 20 तमंचे और भारी मात्रा में कच्चे हथियार और औजार बरामद किए गए हैं. इस गिरोह का लीडर बीएसी का एक छात्र है जिसने 888 कोड नाम से गैंग बनाया था। वह हथियारों की प्रयोगशाला से अवैध हथियार तैयार कर दूसरे छात्रों को सप्लाई करता था।
बंदूक फैक्ट्री का भंडाफोड़
मुरादाबाद की मझोला थाना पुलिस ने एक पिस्टल फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है, जिसे यूनिवर्सिटी से पासआउट छात्र सत्येन्द्र चला रहा था. सत्येन्द्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर 888 के नाम से अवैध पिस्तौल फैक्ट्री स्थापित की और वहां उन्होंने 315 बोर और 12 बोर पिस्तौल कारतूस बनाना शुरू कर दिया और उन्हें छात्रों के एक समूह को बेचना शुरू कर दिया, जिन्होंने कॉलेज की राजनीति में अपना छाप बनाया था। इतना ही नहीं शातिर सत्येन्द्र ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कोड 888 लगाकर ये काम शुरू किया था।
गुप्त सूचना मिलने पर कार्रवाई शुरू
मुरादाबाद के एसपी सिटी रणविजय सिंह ने मामले को लेकर कहा कि पुलिस ने एक गोपनीय जानकारी मिलने के बाद एक स्टूडेंट को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की तो जानकारी सामने आई कि रियासत, दुष्यंत, अमन, समीर, खलील, सत्येंद्र मिलकर फैक्ट्री चलाने का काम कर रहे हैं, पुलिस ने फैक्ट्री पर रेड मारकर फैक्ट्री से 20 तमंचे 12 बोर के और 17 तमंचे 315 बोर बरामद किये हैं, इसके साथ ही पुलिस को फैक्ट्री में अवैध रूप से इकट्ठा किए गए जिंदा कारतूस भी मिले हैं, पुलिस ने फैक्ट्री से पिस्तौल बनाने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल और मैकेनिकल उपकरण भी बरामद किए हैं.
गैंग का नाम 888
मामले को लेकर एसपी सिटी ने बताया की गैंग का लीडर सतेंद्र निवासी गांव जटपुरा थाना सैफनी रामपुर का रहने वाला है. सतेंद्र IFTM यूनिवर्सिटी में बीएससी एग्रीकल्चर का सेकंड ईयर का छात्र है, छात्र ने 888 नाम से एक गैंग बना कर ये काम को अंजाम देता था.