Sunday, September 22, 2024

जानिए माफिया अनुपम दुबे की क्राइम कुंडली, चलती ट्रेन में की थी इंस्‍पेक्‍टर की हत्या

लखनऊ। फर्रुखाबाद निवासी बसपा नेता अनुपम दुबे को इंस्पेक्टर राम निवास यादव की हत्या मामले में आजीवन कारवास की सजा सुनाई गई है। अपर सत्र न्यायाधीश अष्टम राम अवतार प्रसाद की अदालत ने माफिया अनुपम दुबे को उम्र कैद की सजा सुनाते हुए एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। अर्थ दंड की आधी राशि दिवंगत इंस्पेक्टर की पत्नी को देने के आदेश दिए गए। आइये जानते हैं अनुपम दुबे की क्राइम कुंडली के बारे में:

अनुपम दुबे पर 63 मुकदमें दर्ज

अनुपम दुबे ने 36 साल पहले जुर्म की दुनिया में कदम रखा था। उसने मारपीट की एक घटना के बाद टीवी दुकानदार पर जानलेवा हमला किया था। आज अनुपम की गिनती प्रदेश के टॉप माफिआओं में की जाती है। उसके ऊपर हत्या, डकैती, लूट, गैंगस्टर सहित गंभीर धाराओं में 63 मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 1987 में उसने सबसे पहले घर में घुसकर मारपीट की थी। इसके बाद उसी साल मिलेट्री चौराहे के पास टीवी दुकानदार सरदार मंजीत सिंह पर फायरिंग की और जुर्म की दुनिया में आया। माफिया के खिलाफ कन्नौज, सीतापुर, मैनपुरी और कानपुर में लूट, डकैती, हत्या, गैंगस्टर और गुंडा एक्ट जैसे गंभीर धाराओं में 63 मुकदमे दर्ज हैं।

एक भाई फरार तो दूसरा जेल में

बता दें कि 14 जुलाई 2021 को इंस्पेक्टर रामनिवास हत्याकांड में जीआरपी कानपुर द्वारा कुर्की की कार्रवाई होने पर माफिया अनुपम दुबे ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। उसके बाद से फतेहगढ़, मैनपुरी, फिरोजाबाद और आगरा जेल में बंद रहा। अभी माफिया मथुरा जेल में बंद है। उसकी 113 करोड़ की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। माफिया का भाई अनुराग दुबे उर्फ डब्बन अपरहण व फिरौती के मुकदमे में फरार है। उसके ऊपर 50 हजार का इनाम रखा गया है। माफिया का एक भाई अमित दुबे उर्फ बब्बन हरदोई जेल में बंद है।

Latest news
Related news