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‘पति को चुकानी पड़ी मानवता की कीमत’… नमाज के लिए बस रोकने वाले कंडक्टर मोहित यादव की पत्नी का छलका दर्द

लखनऊ। यूपी के बरेली से यात्रियों को नमाज पढ़वाने के आरोप में नौकरी से निकाले गए कंडक्टर मोहित यादव ने ख़ुदकुशी कर ली। दअरसल मोहित नौकरी जाने का तनाव नहीं सह पाया और मैनपुरी में ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। मोहित यादव के सुसाइड मामले ने उनकी पत्नी को झकझोर कर रख […]

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  • August 30, 2023 1:00 pm IST, Updated 1 year ago

लखनऊ। यूपी के बरेली से यात्रियों को नमाज पढ़वाने के आरोप में नौकरी से निकाले गए कंडक्टर मोहित यादव ने ख़ुदकुशी कर ली। दअरसल मोहित नौकरी जाने का तनाव नहीं सह पाया और मैनपुरी में ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। मोहित यादव के सुसाइड मामले ने उनकी पत्नी को झकझोर कर रख दिया है। उनकी पत्नी ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके पति को मानवता दिखाने की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी।

कलिता एक्सप्रेस के आगे कूदकर दी जान

मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र के नगला खुशाली गांव के रहने वाले राजेंद्र यादव का 36 वर्षीय बेटा मोहित यादव बरेली डिपो में बस कंडक्टर था। पिछले आठ सालों से यूपी रोडवेज में संविदा कर्मचारी था। इसके बदले उसे हर महीने लगभग 17,000 रुपये वेतन मिलता था। बीते रविवार को वह अचानक से गायब हो गया, जिसके बाद अगली सुबह अचानक रेलवे की पटरियों पर उसका शव मिला। जानकारी के मुताबिक मोहित ने कलिता एक्सप्रेस के आगे कूदकर अपनी जान दे दी।

जानिए पूरा मामला

मोहित यादव को जून में सस्पेंड कर दिया गया था। उनकी पत्नी रिंकी ने बताया कि नौकरी जाने के कारण वो तनाव में थे। जून में सस्पेंशन के बाद से उनकी सैलरी रॉक दी गयी थी। जिससे उनका घर चलाना मुश्किल हो गया था। उनकी पत्नी का कहना है कि जरूरी चीज़ों के लिए भी वो लोग संघर्ष कर रहे थे। पूरा परिवार उनपर आश्रित था। इस चिंता में वो परेशान रहने लगे थे। बता दें कि घटना 3 जून का है। बरेली में कौशांबी जा रही यूपी रोडवेज़ की बस रोकी गई थी। ड्राइवर और कंडक्टर पर आरोप लगा कि कुछ लोगों को नमाज़ पढ़नी थी इस वजह से बस रोक दी गई।


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