लखनऊ। उत्तर प्रदेश के देवरिया से 2 अक्टूबर को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। जहां जिले के रुद्रपुर कोतवाली के फतेहपुर गांव में पुरानी रंजिश के चलते छह लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया। सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई करते हुए SDM और CO समेत कई सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया। वहीं इस सामूहिक हत्याकांड में आरोपियों के खिलाफ अब तक बुलडोजर कार्रवाई नहीं हुई है। दरअसल प्रशासन ने कानूनी पेंच की वजह से अपना बुलडोजर फिलहाल पीछे हटा लिया है। अब आरोपियों को क़ानूनी नोटिस भेजने के बाद ही बुलडोजर चलेगा।
इस वजह से नहीं हुई बुलडोजर कार्रवाई
बता दें कि जांच के दौरान पता चला है कि सत्यप्रकाश दूबे और उनके परिवार के चार अन्य लोगों की हत्या में नामजद आरोपी प्रेम यादव समेत 10 आरोपियों ने सरकारी जमीन पर कब्ज़ा कर रखा है। अभयपुर टोले में राजस्व विभाग की टीम ने जब नाप-जोख किया तो अवैध कब्जे की बात सामने आई। बुधवार की सुबह बुलडोजर गांव पहुंचा लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। बताया जा रहा है कि प्रशासन पूरी तैयारी और प्रक्रिया के साथ बुलडोजर कार्रवाई करना चाहता है। ताकि बाद में इसपर सवाल न उठाया जा सके।
जांच के दौरान अधिकारियों के उड़े होश
वहीं जांच में पता चला है कि प्रेम यादव ने पुलिस और राजस्वकर्मियों से सांठगांठ कर सरकारी जमीनों पर कब्ज़ा किया। ग्रामीण सरकारी जमीनों पर कब्जे की शिकायत लंबे समय से कर रहे थे लेकिन पुलिस या राजस्वकर्मियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रेम यादव ने एंटी भू-माफिया सेल की धज्जियां उड़ा दीं। हालांकि इस हत्याकांड के बाद पूरे मामले की गहनता से जांच हुई तो पता चला कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव का तीन मंजिला मकान, खलिहान सरकारी स्कूल और वन विभाग के जमीन पर बना हुआ है। साथ ही अन्य आरोपियों ने भी सरकारी जमीन पर कब्ज़ा कर रखा है।