लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक ही परिवार के चार सदस्यों की हत्या पर बहुजन समाज पार्टी, आजाद समाज पार्टी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने अपनी-अपनी तरफ से प्रतिक्रिया दी है. इस मामले पर बसपा सुप्रीमो मायावती, एएसपी (कांशीराम) प्रमुख और नगीना सांसद चन्द्रशेखर, कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा और सपा नेता आईपी सिंह ने सरकार को घेरा है.
बसपा मुखिया ने एक्स पर दी प्रतिक्रिया
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- यूपी के अमेठी जिले में एक दलित परिवार के चार लोगों की एक साथ की गयी निर्मम हत्या की घटना अति-दुखद व चिन्ताजनक. सरकार दोषियों व वहां के पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए ताकि अपराधी बेखौफ न रहें.
नगीना सांसद ने कहा कानून का राज नहीं बल्कि जंगलराज
नगीना सांसद ने लिखा कि अमेठी की घटना बताती है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नही बल्कि जंगलराज है. अमेठी जिले में पूरे परिवार की हत्या उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की असली तस्वीर है, कि सच क्या है और प्रचार क्या है. सच यह है कि उत्तर प्रदेश में दलितों के जीवन की कोई गारंटी नही है, कल किसका नंबर होगा पता नही, और प्रचार यह है कि कानून व्यवस्था बहुत अच्छी है.
चंद्रशेखर आजाद ने आगे लिखा,” घर में घुसकर सरकारी टीचर सुनील कुमार समेत पूरे परिवार [पत्नी पूनम भारती दो मासूम बेटियों दृष्टि (5) और मिकी (2)] की गोलीमार सामुहिक हत्या करने की घटना अति दुखद और दण्डनीय होने के साथ बता रही है कि दलितों की सुरक्षा दयनीय स्थिति में है”
नगीना सांसद ने आगे लिखा, ” उनकी कहीं कोई सुनवाई नही होती क्योंकि अगर पुलिस-प्रशासन द्वारा पूनम भारती की डेढ़ महीना पहले खुद के साथ छेड़खानी और जान से मारने की धमकी की, शिकायत पर कार्यवाही की होती तो आज चार जान नही जाती. इस सामुहिक हत्याकांड के लिए पुलिस-प्रशासन की असंवेदनशीलता भी जिम्मेदार है.”
मामले पर सपा नेता की राष्ट्रपति शासन की मांग
दूसरी तरफ सपा की तरफ से राष्ट्रपति शासन की मांग की गई है। सपा नेता आईपी सिंह ने यूपी में राष्ट्रपति शासन की मांग की है. उन्होंने लिखा कि ” यूपी में राष्ट्रपति शासन लगे. महामहिम राष्ट्रपति जी उत्तर प्रदेश में चारों तरफ जंगलराज है. किसी की जान सुरक्षित नहीं है आज दिल दहला देने वाली घटना अमेठी में हुई है. ऐसी सूरत में यूपी में राष्ट्रपति शासन लगे. बंगाल को लेकर आप बहुत चिंतित थीं पर यहाँ SC OBC महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. लखनऊ में 4 गैंगरेप की घटना एक महीने में हुई है.”