लखनऊ। उमेश पाल अपहरण मामले में प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने माफिया अतीक अहमद, उसके करीबी शौलत हनीफ और दिनेश पासी को दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई। साथ ही आरोपियों पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। वहीं सबूत के अभाव में अतीक के भाई अशरफ अहमद समेत 7 आरोपियों को बरी कर दिया गया।
7 साल बाद मिले थे दोनों भाई
खबर के मुताबिक कोर्ट में फैसले के दौरान अतीक अहमद और अशरफ फूट-फूट कर रोए। दोनों भाई अपने जिले में 7 साल बाद मिले थे। इससे पहले उनकी मुलाकात लखनऊ में हुई थी। लेकिन जेल जाने के बाद दोनों पहली बार मिले थे। कोर्ट द्वारा सजा सुनाने के बाद जब दोनों की जेल जाने की बारी आई तो गले मिलकर फुट फुटकर रोने लगे। अतीक अहमद ने अपने छोटे भाई अशरफ को कहा कि अगर अल्लाह ने चाहा तो दोनों की फिर मुलाकात होगी।
1 घंटे कठघरे में रहे साथ
पेशी के दौरान कठघरे में दोनों भाइयों को घंटे भर का साथ मिला। इस दौरान दोनों की आंखे कई बार नम हुई। माफिया अतीक ने कई बार अशरफ के कान में जाकर बात की। वहीं सजा का ऐलान होने के बाद दोनों भाई गले लगकर रोने लगे।