लखनऊ। प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस द्वारा नाबालिग बेटों को उठाए जाने के मामले में माफिया अतीक की पत्नी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इस मामले में अब सुनवाई पूरी हो चुकी है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित किया है। अगले 1-2 दिनों में फैसला आ जाएगा। बता दें कि अतीक अहमद की पत्नी ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की थी। उसने पुलिस पर उसके नाबालिग बच्चों को अवैध तरीके से रखने का आरोप लगाया था और हाईकोर्ट से बेटों की रिहाई की गुहार लगाई थी। इस मामले को लेकर अब सुनवाई पूरी हो चुकी है। अगले 1-2 दिनों में फैसला सुना दिया जाएगा।
गायब हैं दोनों नाबालिग बेटे?
गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। इस केस में अतीक का एक बेटा असद भी फंसा हुआ है। इस घटना के बाद से अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और उसका तीसरे नंबर का बेटा असद फरार है। जबकि उसके दो नाबालिग बेटे एहजम और अबान का कुछ पता नहीं चल रहा है।
पुलिस ने जगह का नाम बताने से किया था इंकार
मालूम हो कि इससे पहले पुलिस ने कोर्ट में दलील दी थी कि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह नहीं बताया जा सकता कि उन्हें कहां रखा गया है। प्रयागराज पुलिस ने 4 मार्च को सीजेएम कोर्ट में रिपोर्ट पेश कर कहा था कि माफिया अतीक के बेटे एहजम और आबान को 2 मार्च को अपने घर के पास लावारिस हालत में टहलते हुए देखा गया था। दोनों बच्चे नाबालिग है, इस वजह से उन्हें बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया।